PATNA: बिहार पुलिस का थानेदार ने ड्यूटी के दौरान सिर्फ कमाई पर ही फोकस करता रहा. उसकी कमाई के आगे बड़े-बड़े अधिकारी भी फेल हो गए. वह कुछ सालों में ही करोड़पति बन गया. पूर्णिया के मरंगा के पूर्व थानेदार मदन कुमार को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई की जा रही है.
सोना और लग्जरी कार का शौकीन
मदन 11 साल नौकरी कर चुका है, लेकिन अभी तक शादी नहीं की है. उसके पास से करीब 400 ग्राम सोने का आभूषण बरामद हुआ है. इसके अलावे वह अपने पास लग्जरी कार भी रखे हुए है. मदन के खाते में वेतन अलावे 40 लाख रुपए जमा है. इसके अलावे दो बैंकों की खातों की जांच की जा रही है. जिसके बारे में वह जानकारी छिपा कर रखा हुआ था. पूर्णिया के ही एक बिल्डर से तीन बीएचके का बिल्डिंग खरीदा है. उनके दो बैंक खाता है जिनमें एक पूर्णिया जिले के सिंधिया एसबीआई ब्रांच में दूसरा तुलसीपुर स्थित ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में है.
थाने पर रखता था दलाल
बताया तो यह भी जा रहा है कि मदन जिस-जिस थाने में तैनात होता था वहां पर दलालों का गैंग तैयार करता था. जिसके बाद दलाल उसके लिए काम करते थे और केस को समझौता के नाम पर डील करते थे. जिससे लाखों की कमाई होती थी. बड़ी-बड़ी लूट की घटनाओं को वह चोरी का केस दर्ज कराता था.
आईजी ने कराई थी जांच, जानकर हो गए हैरान
मदन कुमार तुलसीपुर खड़ीक भागलपुर जिला का रहने वाला है. फरवरी 2009 को बिहार पुलिस सेवा में आया था. जिसके बाद पहली पदस्थापना कटिहार जिले के रेलवे पुलिस और फिर पटना में हुआ था. मुफ्फसिल रानीपतरा थाना से उनका तबादला मरंगा थाना में किया गया था. जहां भी गया वर्दी का खौफ दिखाकर खूब अवैध पैसा कमाया. आईजी रत्न संजय ने मदन कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच एडिशनल एसपी बम बम चौधरी से करवाई गई थी. जिसके बाद खुलासा हुआ कि वह आय से अधिक संपत्ति उसने गलत तरीके से कमाई है. इसको लेकर केहाट थाना में केस दर्ज कराया गया. जिसके बाद मदद को सस्पेंड कर दिया गया है.