मांझी के खिलाफ पटना सिविल कोर्ट में परिवाद, हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में किया कंप्लेन

मांझी के खिलाफ पटना सिविल कोर्ट में परिवाद, हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में किया कंप्लेन

 PATNA: बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री और हम के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जीतन राम मांझी अपने विवादास्‍पद बयान की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। इस बार तो उन्होंने सत्यनायण भगवान की पूजा और ब्राह्मणों पर टिप्‍पणी कर दी। पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता प्रभात कुमार मुन्ना मांझी के इस बयान से आहत हैं। जीतनराम मांझी के खिलाफ पटना सिविल कोर्ट में उन्होंने परिवाद दायर किया है। पटना के गोला रोड स्थित जनकपुरी रोड निवासी प्रभात कुमार मुन्ना पेशे से अधिवक्ता हैं उन्होंने आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में कंप्लेन दर्ज करायी है।   


गौरतलब है कि पटना में आयोजित ‘भुइया मिलन समारोह’ में जीतन राम मांझी ने ब्राह्मणों पर आपत्तिनजक बयान दिया था। उनका यह विवादित बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। जिसके बाद उनके इस बयान की सभी भर्त्सना कर रहे हैं उनके इस विवादित बयान से कई लोगों को ठेस पहुंची है। अधिवक्ता प्रभात कुमार मुन्ना ने मांझी के इस बयान को गलत ठहराया है। उनका कहना है कि इस तरह का बयान कही से भी उचित नहीं है। मांझी के इस बयान से उन्हें भी ठेस पहुंचा है। उन्होंने मांझी के खिलाफ पटना सिविल कोर्ट में परिवाद दायर किया है।   


बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी द्वारा ब्राह्माणों पर दिए गये बयान को लेकर लोग काफी आक्रोशित हैं। पटना के राजीव नगर थाना और के.हाट थाना पूर्णियां में जीतन राम मांझी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। वही राज्य मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत की गयी है।  


पटना के राजीव नगर थाने में जीतनराम मांझी के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। जीतनराम मांझी द्वारा ब्राह्मणों पर गाली गलौज करने और भगवान सत्यनारायण स्वामी पर अभद्र टिप्पणी के संबंध में राजीव नगर के रहने वाले विशाल कुमार सिंह के नेतृत्व में अन्य लोगों मामला दर्ज कराया है।  


आवेदन में इस बात का जिक्र है कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी द्वारा एक सभा के दौरान सत्यनारायण भगवान और पंडितों पर गाली गलौज करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसके बाद एक दूसरा वीडियो भी सामने आया है जिसमें वे दलित समाज को गाली दे रहे हैं। इस भाषण से सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता है और जातिवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे समाज में उन्माद फैल सकता है और दंगा भी हो सकता है। इस वीडियो की जांच कराए जाने और दोषी पर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग  राजीव नगर थानाध्यक्ष से की गयी है।


जीतनराम मांझी के द्वारा ब्राह्मण समाज को गाली दिए जाने का आरोप लगाते हुए ब्राह्मण समाज के लोगों ने राज्य मानवाधिकार आयोग से इसकी शिकायत की है वही इसकी प्रति मुख्यमंत्री सचिवालय पटना, पुलिस महानिदेशक मुख्यालय को भी भेजी गयी है। ब्राह्मण समाज ने अपने इस आवेदन में पूर्व सीएम जीतनराम मांझी पर यह आरोप लगाया है कि एक कार्यक्रम के दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने ब्राह्मण समाज को गाली दिया है और कानून का उल्लंघन किया है। 


अपने आवेदन में ब्राह्मण समाज ने मानवाधिकार आयोग से पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई का अनुरोध किया है। जिस अपमानित शब्द का उन्होंने प्रयोग किया है इस पर कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।  उनका कहना है कि समाज हो या कोई जाति या मजहब के लोग हो उससे मतलब नहीं है अपमान किसी का नहीं करना चाहिए। 


मांझी के बयान से हमें और हमारे समाज को गहरा ठेस पहुंचा है। पूरे समाज में इसे लेकर नाराजगी व्याप्त है। सत्यनारायण पूजा को लेकर कहा कि यह पूजा आज से नहीं सदियों से की जा रही है। इसे शांति पूजा भी कहते हैं। यह पूजा लोग श्रद्धापूर्वक और घर में सुख, शांति और समृद्धि के लिए करते हैं। 


वही पूर्णिया में भी पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के खिलाफ पूर्णिया के. हाट थाने में मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने केस दर्ज किया है। धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने के इस मामले पर न्यायोचित कार्रवाई करने की मांग थानाध्यक्ष से की गयी है। के.हाट थाना के शांतिनगर निवासी अविनाश कुमार मिश्र ने यह मामला के. हाट थाने में दर्ज कराया है। 


थाने में दिए गये आवेदन में इस बात जिक्र है कि दिनांक 19/12/2021 को सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी द्वारा हिन्दू धर्म के आस्था का प्रतिक भगवान श्री सत्यनारायण के सम्बंध में एवं सम्पूर्ण ब्राह्मण जाति के सम्बंध में व हिन्दू धर्म के सम्बंध में अपमान जनक शब्दों का प्रयोग एवं गाली गलौज सार्वजनिक मंच पर किया गया।


 जिससे भगवान श्री सत्यनारायण व हिन्दू धर्म मे आस्था रखने वाले करोड़ों के धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची है। साथ ही उन्होंने पंडित (ब्राह्मण) के लिए "हरामी" शब्द का प्रयोग किया है। उनके वायरल वीडियो भाषण के बाद सम्पूर्ण हिन्दू व ब्राह्मण समाज गुस्से में है। ऐसे बयान को लेकर दोषी के विरुद्ध न्यायोचित कार्रवाई करने की मांग की गयी है। जिससे सभी धर्म एवं जाति का आपसी सद्भाव समाज में बना रहे।


वही पंडितों पर दिए गये बयान को लेकर बेतिया में भी पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर परिवाद दायर किया गया है। भाजपा के पूर्व विधायक आरएस पांडेय के भतीजे विवेक पांडेय ने केस दर्ज कराया है। सीजेएम कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है।