JAMUI: मानवता को शर्मसार करने वाली घटना जमुई में ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गयी। ट्रेन से कटने के बाद उसकी लाश रेलवे ट्रैक पर घंटों पड़ा रहा। इस दौरान कई गाड़ियां शव के ऊपर से गुजरती रही। आरपीएफ और ट्रैक मैंन यह सब देखते रहे लेकिन किसी ने उसे पटरी से हटाने की कोशिश नहीं की। जिसके बाद बेटे को ढूंढते हुए वहां पहुंचे पिता और ससुर को खुद रेलवे ट्रैक से लाश को हटाना पड़ा।
जमुई स्टेशन के आउटर सिंगल के पोल संख्या के 393/28 और 393/30 के बीच तिन पुलीया के पास ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। युवक का शव काफी देर तक रेलवे ट्रैक पर पड़ा रहा और पटना झाझा मेमू पैसेंजर ट्रेनें उस के उपर से होकर गुजरती रही। इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया।घटना के संबंध में बताया जाता है कि शुक्रवार दोपहर 12 बजे किसी अज्ञात ट्रेन से एक 35 वर्षीय युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी ।
घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा मलयपुर थाना और जीआरपी थाना पुलिस को दी। घंटो शव रेल पटरी के बीच पड़ा रहा।इस दौरान कई ट्रेनें शव के उपर से गुजर गई।मृतक युवक की पहचान राजा कुमार पिता सुधीर कुमार वर्मा सदर थाना क्षेत्र के पद्मावत इलाके के रूप में हुई है।मृतक शादी चार साल पहले हुई थी और चार साल के एक छोटा बच्चा है।
घटना के बारे में मृतक के पिता सुधीर वर्मा ने बताया कि घर से घूमने के लिए बाईक से सुबह घूमने कह कर निकाला था। एक दिन वह गुस्सा कर कहा था कि दिल्ली चले जाएंगे।सुबह 11 बजे उससे बात हुई।कभी जमुई,काफी महादेव सिमरिया तो कभी महिसोरी इलाके का जिक्र करता रहा।11 बजे के बाद मोबाइल बंद हो गया।फिर दिमाग में आया की वह दिल्ली जाने की बता कह रहा था।उसके बाद उसे खोजबीन करने के लिए जमुई स्टेशन पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेन में देखने के लिए पहुंचे।
इस दौरान उसका बाईक रेलवे स्टैंड में लगा दिखा।उसके बाद उन्होंने जमुई जीआरपी पुलिस से संपर्क किया। जिआरपी ने इस मामले में मृतक के पिता को बताया कि एक मामला ट्रेन से कट कर आने का मामला आया है,जाकर देख ले।जहा मृतक के पिता ने युवक की शव की शिनाख्त अपने बड़े बेटे के रूप में की। रोते हुए पिता ने इस दौरान आरपीएफ पुलिस और ट्रैक मेंन के सामने ही ससुर और पिता ने अपने बेटे के शव को ट्रैक से हटाया। जबकि रेलवे आरपीएफ पुलिस के द्वारा वीडियो बनाते दिखे,लेकिन पीड़ित पिता की कोई मदद शव हटाने के कोशिश तक नहीं की गई।सभी ट्रैक पर तमासबीन बने रहे।
इस मामले में मौके पर मौजूद आरपीएफ जवान से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह काम ट्रीटमेंट का है मौके पर पहुंचे रेलवे लाइन क्लियर करने के लिए ताकि ट्रेन के आवा जाहि में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए मौके पर ट्रैकमैन को भेजा गया ट्रैकमैन भी तमाशा देखते रहे लेकिन सबको उठाना या पिता के द्वारा सबको उठते समय मदद करना मुनासिब नहीं समझे और सब हटते ही सभी वहां से चल दिए।
जमुई रेलवे पी डब्ल्यू ई शंभू शर्मा यह जिम्मेदारी मौके पर मौजूद आरपीएफ की है परमिशन देता तब ना हमारा गैंगमैन हटता वही इस संबंध में मालीपुर थाना अध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि सबको कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है और घटना की छानबीन की जा रही है बता दे की रेलवे बोर्ड द्वारा जारी अधिसूचना के तहत रेलवे ट्रैक के बीच में सब रहने पर ट्रैक का परिचालन तब तक नहीं किया जा सकता है जब तक सबको वहां से हटाया नहीं जाता इस कारण पहले भी कई बार ट्रेन का परिचालन ट्रैक पर रहने के कारण रोक दिया गया है हालांकि इस घटना में इन नियमों की अनदेखी की गई है।