Bihar Crime News: पति ने पत्नी को मौत के घाट उतारा, घरेलू कलह में वारदात को दिया अंजाम Bihar News: बिहार के इस जिले को मिली दो नई सड़कों की सौगात, सरकार ने दी 44 करोड़ की मंजूरी अजब प्रेम की गजब कहानी: सास-दामाद के बाद अब समधी और समधन की लव स्टोरी, घर छोड़ दोनों हुए फरार Innovative farming: 8 लाख की नौकरी छोड़ गांव लौटा युवक...अब खेती से कमा रहा है दोगुनी कमाई! जानिए कैसे? Bihar News: जमुई में नो एंट्री टाइम में बदलाव से जनता को बड़ी राहत, एसपी के निर्देश पर प्रभावी हुआ नया नियम Arvind Kejriwal Daughter Wedding: पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता शादी के बंधन में बंधीं, संभव जैन के साथ लिए सात फेरे Goal Institute: गोल इंस्टीट्यूट में विशेष सेमिनार का आयोजन, नीट 2025 के लिए छात्रों को मिला महत्वपूर्ण मार्गदर्शन Bihar Politics: सीएम फेस को लेकर महागठबंधन में मचे घमासान पर BJP की पैनी नजर, क्या बोले केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय? Bihar News: मगध यूनिवर्सिटी के पूर्व VC के खिलाफ ED ने दाखिल की चार्जशीट, जानिए.. क्या है मामला? Bihar News :बिहार को मिली ऐतिहासिक सौगात, गंगा नदी पर बना पहला छह लेन पुल अब पूरी तरह तैयार, जल्द होगा उद्घाटन!
23-Sep-2023 08:44 PM
By DEEPAK RAJ
BAGAHA: बगहा में लगातार मगरमच्छ को पकड़ने का मामला सामने आ रहा है। मंगलपुर के पोखरा में आज एक बार फिर मगरमच्छ का रेस्क्यू किया गया है। दरअसल मछली मारने के लिए मछुआरों ने जाल डाला था लेकिन मछली की जगह इस जाल में मगरमच्छ फंस गया। काफी मशक्कत के बाद पोखरा से मगरमच्छ को निकाला जा सका।
फिलहाल मगरमच्छ को मदनपुर वन प्रक्षेत्र के वन कर्मियों को सौंपा गया है। मदनपुर प्रक्षेत्र अंतर्गत रामपुर वन परिसर के वनरक्षी गौरीशंकर दुबे ने बताया कि वन कर्मियों की टीम के मौके पर पहुंची और मगरमच्छ को कब्जे में लेते हुए उसे गंडक नदी में सुरक्षित छोड़ा। बता दे कि दो दिन पहले ही इस पोखर से सटे रेलवे ट्रैक पर दो मगरमच्छों को कटा हुआ पाया गया था।
दरअसल लगातार गंडक नदी से निकलकर मगरमच्छ इन क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं। दरअसल घड़ियाल संरक्षण और संवर्धन के कार्य किया जा रहा है। जिसके परिणाम भी बहुत अच्छे मिल रहे है। मगरमच्छ की संख्या में अच्छी खासी वृद्धि हुई है लेकिन उचित रख रखाव के अभाव में मगरमच्छ नदी से भटक कर ग्रामीण क्षेत्रो में निकल रहे हैं। जिससे मगरमच्छ के साथ-साथ आम लोगों की भी जानमाल को क्षति हो रही है।
दो मगरमच्छों का रेलवे ट्रैक पर इस प्रकार दुर्घटनाग्रस्त होना इनके लिए किए गए सुरक्षा व संवर्धन पर एक गम्भीर सवाल खड़ा करता है। अगर इसकी सही दिशा में जांच पड़ताल किया जाय तो आज भी दर्जनों मगरमच्छ आस-पास के गांवों में छोटे-बड़े आहर, पोखर व तालाबों में अपना डेरा डाले हुए है जहां आये दिन ग्रामीण और मवेशी इसके शिकार हो रहे हैं।