लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा, बोले मांझी..यह ऐतिहासिक विधेयक है बहुत पहले आना चाहिए था

लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा, बोले मांझी..यह ऐतिहासिक विधेयक है बहुत पहले आना चाहिए था

PATNA: लोकसभा में महिला आरक्षण बिल के पेश होने के बाद चर्चा जारी है। महिला आरक्षण विधेयक बिल पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतन राम मांझी का बयान सामने आया है। मांझी ने इसे ऐतिहासिक विधेयक बताया। कहा कि इस विधेयक को बहुत पहले ही आना चाहिए था। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 56 इंच का सीना है इसे उन्होंने जस्टिफाई किया है। पीएम मोदी और भी अच्छा काम कर सकते हैं सब जगह पास हो जाएगा फिर बिहार के साथ-साथ हिंदुस्तान के सभी राज्यों का 50% पारित होगा। जनगणना होगा उसके बाद इसे लागू किया जाएगा।


जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का वह बयान जिसमें उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल चुनावी जुमला है। इसे जुमला कहे जाने मांझी ने जवाब दिया कि उनके पास बोलने के लिए और क्या है। ये लोग सरकार में थे तो क्या किया था। आज जुमला की बात कर रहे हैं। लेकिन सामने परिस्थिति आएगी तो देखा जाएगा। ससी और एसटी को दरकिनार करने के सवाल पर मांझी ने कहा इसे दरकिनार नहीं किया गया है। ईबीसी ओबीसी का मामला है। भारत सरकार के संविधान में इन लोगों के लिए कोई प्रोविजन नहीं था। हम समझते हैं जो मांगे चल रही है पीएम मोदी निश्चित तौर पर आगे जाकर इस पर भी विचार करेंगे।


विपक्ष के लोगों की मांग है कि इस बिल को जल्द से जल्द लागू किया जाए। इस पर मांझी ने कहा कि इसकी भी प्रक्रिया है। आज संसद में पारित होगा। उसके बाद हिंदुस्तान के 50% राज्यों में पारित होना बाकि है। वे लोग एक दिन में इसे पारित कर देंगे या 2 दिन में कर देंगे महीना 2 महीना 4 महीना लगेगा ही। फिर जनगणना होगा तो निश्चित तौर पर 2 साल 3 साल इसे लागू होने में लगेंगे। मांझी ने कहा कि महिला आरक्षण बिल में नीतीश कुमार ने समर्थन दिया है इसका हम स्वागत करते हैं।


वही उपेंद्र कुशवाहा के उस बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार को एनडीए में आ जाना चाहिए। कुशवाहा के इस बयान पर मांझी ने कहा कि गलती से महागठबंधन में नीतीश कुमार आ गये है। नीतीश कुमार जनहित में स्टेप जरूर कुछ उठाएंगे हमें ऐसा लगता है।

पटना से बिट्टू की रिपोर्ट