JAMUI: हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर एक बार फिर चाचा भतीजे में सियासी जंग छिड़ने की संभावना है। जमुई पहुंचे लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक बार फिर हाजीपुर सीट पर अपना दावा ठोक दिया है। चिराग ने कहा है कि वे हाजीपुर सीट से अपनी मां को चुनाव मैदान में उतारना चाहते हैं। उधर, चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस पहले ही कह चुके हैं हाजीपुर सीट वे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ने जा रहे हैं। ऐसे में चाचा-भतीजे के बीच सियासी जंग छिड़ने की संभावना जताई जा रही है।
जमुई पहुंचे चिराग पासवान ने कहा है कि हाजीपुर और जमुई दोनों ही सीटों को वे नहीं छोड़ना चाहते हैं। चिराग ने कहा है कि जमुई सीट से वे खुद चुनाव लड़ेंगे जबकि हाजीपुर सीट से वे अपनी मांग को चुनाव मैदान में उतारना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मां चुनाव लड़ने को तैयार हो जाती हैं तो वे हाजीपुर सीट से अपनी मां को चुनाव मैदान में उतारेंगे हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी मां चुनाव लड़ने को तैयार नहीं होती हो तो पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा कि हाजीपुर सीट से चुनाव कौन लड़ेगा।
दरअसल, हाजीपुर सीट से चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस फिलहाल सांसद हैं और केंद्र में मंत्री हैं। पारस किसी भी कीमत पर हाजीपुर की सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं और उन्होंने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि वे इस मुद्दे पर किसी भी तरह का समझौता नहीं करने जा रहे हैं। पारस का दावा है कि हाजीपुर की सीट उनके भाई रामविलास पासवान ने उन्हें दी थी ऐसे में वे किसी भी हाल में हाजीपुर की सीट नहीं छोड़ेंगे।
उधर, चिराग पासवान लगातार हाजीपुर सीट पर अपना दावा पेश कर रहे हैं। चिराग का कहना है कि हाजीपुर सीट उनके पिता दिवंगत रामविलास पासवान की रही है, ऐसे में उस सीट पर उनका पूरा हक बनता है। पारस और चिराग की पार्टी एनडीए में शामिल है। हाजीपुर सीट पर दोनों चाचा-भतीजा दावा पेश कर रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि चाचा-भतीजा की लड़ाई को लेकर एनडीए में घमासान छिड़ सकता है।