CHHAPRA: लोकसभा चुनाव के बीच महाराजगंज में आरजेडी और कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। महाराजगंज संसदीय सीट पर छठे चरण में आगामी 25 मई को वोटिंग होनी है। इस सीट से महागठबंधन के साझा उम्मीदवार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के बेटे चुनाव मैदान में हैं लेकिन वोटिंग से पहले महाराजगंज में आरजेडी और कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने शनिवार को आरजेडी से इस्तीफा दे दिया।
पूर्व विधायक और महाराजगंज लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी आरजेडी से इस्तीफा देते हुए लोकसभा का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे आगामी 14 मई को अपने सात हजार समर्थकों के साथ जेडीयू में शामिल हो जाएंगे। जेडीयू में जाने के बाद वे सारण में एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। उन्होंने आरजेडी छोड़ने के बाद लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पर वादाखिलाफी और धोखा देने का आरोप लगाया है।
रणधीर सिंह ने कहा है कि लालू और तेजस्वी के कहने पर राजद का झंडा लेकर लगातार गांव-गांव घूम रहे थे लेकिन महाराजगंज की सीट कांग्रेस को दे दी गई। कांग्रेस के पास न तो उस दिन कोई प्रत्याशी था और न ही आज कोई प्रत्याशी है। जिसे महाराजगंज में लाया गया वह महाराजगंज के लायक प्रत्याशी नहीं है। अब समझ में आ रहा है कि लालू प्रसाद को अपनी बेटी को सारण से चुनाव लड़ाना था इसलिए भूमिहार जाति को टारगेट करते हुए सीट कांग्रेस को दे दी।
उन्होंने कहा कि साजिश के तहत उनका टिकट काट दिया गया। सारण समेत पूरे बिहार में घूम घूमकर राजद के खिलाफ प्रचार करूंगा और आगामी विधानसभा में सारण प्रमंडल से राजद को शून्य कर देने का लक्ष्य रखूंगा। उन्होंने बताया कि वे आगामी 14 मई को अपने समर्थकों के साथ जेडीयू में शामिल हो जाएंगे और एनडीए में शामिल होने के बाद सभी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।