जहरीली शराब से बिहार में 17 लोगों की मौत, लोजपा (रामविलास) ने की राष्ट्रपति शासन की मांग, दीवाली नहीं मनाने का भी लिया फैसला

जहरीली शराब से बिहार में 17 लोगों की मौत, लोजपा (रामविलास) ने की राष्ट्रपति शासन की मांग, दीवाली नहीं मनाने का भी लिया फैसला

PATNA:  जहरीली शराब से बिहार में 17 लोगों की मौत से आहत चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने दिवाली नहीं मनाने का फैसला लिया है। पार्टी ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की है।   


बिहार में जहरीली शराब से 17 लोगोंं की जान चली गयी है इसे लेकर लोजपा (रामविलास) पार्टी ने नीतीश सरकार को घेरते हुए जमकर निशाना साधा है। पार्टी के प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी ने कहा कि इस घटना से पार्टी आहत है और बिहार में राष्ट्रपति शासन तक लगाने की मांग कर रही है।


दिवाली में कई घरों के चिराग बुझ गये हैं कई घरों की खुशियां गम में तब्दिल हो गयी है। इस घटना ने दिवाली जैसे खुशी के त्यौहार को फीका कर दिया है। इस घटना से मृतक के परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ऐसी घड़ी में लोजपा(रामविलास) पार्टी ने इस बार दिवाली नहीं मनाने का फैसला लिया है। 


गौरतलब है कि जहरीली शराब पीने से बिहार में अब तक 17 लोगों की मौत हो गयी है। गोपालगंज और बेतिया में हुई इस घटना से बिहार की शराबबंदी कानून पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। विपक्षी पार्टियां इसे लेकर सरकार को घेरने का काम कर रही है। 


इसी क्रम में लोजपा(रामविलास) पार्टी ने भी नीतीश सरकार को घेरा है। पार्टी ने इस घटना के लिए जिम्मेवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ठहराया है। लोजपा(रामविलास) ने नीतीश के हाथ से बिहार की बागडोर सेना के हाथों में सौंप देने की मांग की है। वही बिहार सरकार से यह मांग की गयी है कि इस संबंध में एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। जहां सभी दलों के नेताओं से बातचीत कर उनके सवालों का जवाब दिया जाए। 


लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपने स्तर से एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी घटनास्थल पर जाएगी। मरने वालों के परिवार से मिलेगी। उनसे बात करेगी। वहां हर पहलू पर जांच करेगी। इसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी। 


गौरतलब है कि गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 9 लोगों की मौत की पुष्टि गोपालगंज डीएम ने कर दी है जबकि बेतिया में 8 लोगों की मौत शराब पीने से हुई है। इस घटना से मृतक के परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। इस घटना को लेकर विपक्ष पूरी तरह से सरकार पर हमलावर है और सरकार की शराबबंदी कानून को फेल बताया जा रहा है।