RANCHI: कोरोना और लॉकडाउन के दौरान बंद निजी स्कूलों को लेकर झारखंड के शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार निजी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों की फीस में रियायत दिलायेगी. इसको लेकर कोशिश की जा रही है.
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि इस संबंध में सरकार द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. स्कूल प्रबंधक से बात की जाएगी कि जितना दिन बंद रहेगा, उतने समय की ट्यूशन फीस और बस किराया बच्चों से स्कूल प्रबंधन नहीं लें. इसे परिजनों को राहत मिलेगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना को खतरे के कारण पूरे देश में लॉकडाउन हैं. जिसका असर अभिभावकों पर पड़ा है. लोगों की आर्थिक स्थिति पर इसका बुरा असर पड़ा है. इसको लेकर वह झारखंड के निजी स्कूलों के प्रबंधन से बात करेंगे. स्थिति सामान्य होने पर स्कूल प्रतिनिधियों की बैठक बुलायी जायेगी. सरकार ने कोरोना के खतरे को लेकर 17 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक सभी स्कूल बंद करने का आदेश 16 मार्च को दी थी.
तीन माह स्कूल बंद होने पर भी वसूलते हैं पैसा
शिक्षा मंत्री ने कहा कि छुट्टी को लेकर करीब तीन माह स्कूल बंद रहता है. फिर भी स्कूल प्रबंधन बस और स्कूल फीस वसूल लेते हैं. निजी स्कूल हर साल वार्षिक शुल्क के नाम पर फीस लेते हैं. मनमाने तरीके से पैसा वसूलने वाले स्कूलों पर सरकार की नजर हैं.