LNMU के परीक्षा विभाग में बवाल, स्टूडेंट और उप-परीक्षा नियंत्रक के बीच हुई धक्का-मुक्की, वीडियो वायरल

 LNMU के परीक्षा विभाग में बवाल, स्टूडेंट और उप-परीक्षा नियंत्रक के बीच हुई धक्का-मुक्की, वीडियो वायरल

DARBHANGA : ललित नारायण मिथला विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग में शुक्रवार को छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान उप-परीक्षा नियंत्रक प्रथम (सामान्य शिक्षा) डॉ. आनंद प्रकाश गुप्ता और छात्रों के बीच नोक-झोंक शुरू हो गई। देखते ही देखते बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गार्ड को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। अब इस पुरे मामले का वीडियो सोशल मिडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। 


दरअसल, स्नातक तृतीय खंड के कृषि अर्थशास्त्र विषय के छात्रों का कहना है कहा कि इस विषय में अधिकांश छात्रों को निर्धारित 100 में से 40 से 45 अंक ही दिए गए हैं। विभाग की ओर से कॉपी जांच में अनियमितता बरती गई है। एवरेज मार्किंग करते हुए सभी को एक समान अंक दिये गये हैं। अब इसी को लेकर वो लोग एग्जाम कंटोलर से मिलने पहुंचे थे। लेकिन, वो इस मामले में बात करने को तैयार नहीं हुए।


वहीं, इस वायरल वीडियो में परीक्षा उप-नियंत्रक छात्रों के बीच हो रही धक्का-मुक्की और झड़प स्पष्ट रूप से दिख रही है। हाथ कॉलर तक पहुंचा दिख रहा है। फर्स्ट बिहार इस वायरल वीडियो के सटीकता की पुष्टि नहीं करता है। इस घटना के बाद उप-परीक्षा नियंत्रक के कक्ष में छात्र एवं अभिभावकों की भीड़ काफी उग्र थी। सभी परीक्षा नियंत्रक से चल रही स्नातक प्रथम खंड की परीक्षा के एडमिट कार्ड में त्रुटि सुधार और स्नातक तृतीय खंड की परीक्षा परिणाम में हुई भारी गड़बड़ियों को सुधरवाने की मांग कर रहे थे।


कार्यालय कक्ष में हुई नोक-झोंक के बाद उप-परीक्षा नियंत्रक भीड़ से होते हुए विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन की ओर आने लगे। इतना देखते ही छात्रों की भीड़ भी उनके पीछे-पीछे विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन तक पहुंची गई। प्रशासनिक भवन के बाहर भी विभिन्न समस्याओं को लेकर पहुंची भीड़ ने उप-परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभी कुलपति से उप-परीक्षा नियंत्रक से हटाने की मांग कर रहे थे।


इधर, इस मामले में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने कहा कि - स्नातक प्रथम खंड की परीक्षा में शामिल हो रहे छात्र-छात्राएं एडमिट कार्ड में त्रुटि सुधार को लेकर हंगामा कर रहे थे। इनकी समस्याओं का तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए निदान कर दिया गया है। परीक्षा विभाग में क्या हुआ, क्‍या नहीं हुआ। यह जांच का विषय है।