लैंड फॉर जॉब्स मामला : तेजस्वी पर चलेगा केस या मिलेगी राहत फैसला आज, 3 जुलाई को दायर हुई थी चार्जशीट

लैंड फॉर जॉब्स मामला : तेजस्वी पर चलेगा केस या मिलेगी राहत फैसला आज, 3 जुलाई को दायर हुई थी चार्जशीट

PATNA : लैंड फॉर जॉब मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर मुकदमा चलेगा या नहीं इसका फैसला आज होना है। राजधानी दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट के अंदर  CBI के स्पेशल कोर्ट में इस मामले पर आज सुनवाई होनी है। इस सुनवाई में यह तय हो जाएगा कि राजद नेता तेजस्वी यादव पर केस चलेगा या नहीं। अगर कोर्ट CBI की ओर से दायर चार्जशीट को एक्सेप्ट कर लेती है और तेजस्वी के खिलाफ केस चलाने की अनुमति देती है तो ऐसे में तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। 


दरअसल, तेजस्वी यादव का  नाम जिस लैंड फॉर जॉब मामले में नाम दर्ज दिया गया है। यह मामला पूरी तरह से एक नया मामला है। इससे पहले इसी तरह के मामले में राजद सुप्रीमो लालू यादव, राबड़ी देवी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को जमानत दी जा चुकी है। हालांकि, इस नए केस में भी  लालू और राबड़ी को आरोपी बनाया गया है। इनके साथ तेजस्वी यादव को भी दोषी बताया गया था। इस केस में मीसा का नाम शामिल नहीं किया गया है। तेजस्वी के खिलाफ इस मामले में  3 जुलाई को चार्जशीट दाखिल हुआ था।


मालुम हो कि,इस मामले में 12 सितंबर को केंद्र सरकार की ओर से CBI को पूर्व रेल मंत्री लालू यादव पर केस चलाने की अनुमति मिल चुकी है। करीब एक महीने पहले CBI ने केंद्र से लालू के खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत मांगी थी। जसिके बाद CBI ने कोर्ट को बताया कि, पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ कथित लैंड फॉर जॉब्स केस में ताजा आरोप पत्र के संबंध में गृह मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है।


आपको बताते चलें कि, लैंड फॉर जॉब्स मामले में जांच के बाद ED लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की 6 करोड़ 2 लाख रुपए की संपत्ति अटैच कर चुकी है। इसमें गाजियाबाद और बिहार की संपत्ति शामिल हैं। अटैच की गई संपत्तियों में नई दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित डी-1088 है, जो आवासीय परिसर है। इस कंपनी के मालिक तेजस्वी प्रसाद यादव और उनका परिवार है।


इसे खरीदने में मुंबई के जेम्स और ज्वेलरी के कारोबारियों ने पैसे लगाए। कागज पर यह कंपनी का ऑफिस है, लेकिन तेजस्वी इसे अपने घर की तरह इस्तेमाल करते हैं। तेजस्वी ने 9 नवंबर 2015 को इस कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि तेजस्वी कहते हैं कि जिस समय का यह मामला है, उस समय वे काफी छोटे थे।