ब्रेकिंग न्यूज़

Nepal Political Crisis: नेपाल में आधी रात को पलटी सियासी बाजी, सुशीला कार्की बन सकती हैं अंतरिम प्रधानमंत्री Patna High Court Chief Justice : पटना हाईकोर्ट को मिलेगा नया चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने जस्टिस पी. बी. बजंथरी की नियुक्ति की सिफारिश AI Generated Video: साहब के सपनों में आईं "माँ" देखिए रोचक संवाद... बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का AI अटैक, छिड़ा घमासान Bihar News: बिहार में फंदे से लटकी मिली बैंक अधिकारी की पत्नी, पिता ने कहा "मेरी बेटी को कई महीनों से किया जा रहा था प्रताड़ित" Bihar News: बिहार को पाकिस्तान ने दी बम से उड़ाने की धमकी, सभी जिलों में गहन जांच के निर्देश Bihar News: बाढ़-सिंचाई के लिए बिहार को केंद्र की बड़ी सौगात, 11,500 करोड़ की मदद का ऐलान BIHAR: 15 सितंबर को अमृत भारत का परिचालन, जोगबनी और सहरसा से यहां तक चलेगी ट्रेन, प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी शिवहर में पिता पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया FIR अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ

लैंड फॉर जॉब मामले में लालू -तेजस्वी समेत सभी 8 लोगों को समन, सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान; पहली बार तेजप्रताप का नाम आया सामने

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 18 Sep 2024 11:15:57 AM IST

लैंड फॉर जॉब मामले में लालू -तेजस्वी समेत सभी 8 लोगों को समन, सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान; पहली बार तेजप्रताप का नाम आया सामने

- फ़ोटो

PATNA : नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में राऊज एवेन्यू कोर्ट ने राजद सुप्रीमों लालू यादव और बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव समेत 8 लोगों के खिलाफ किया समन जारी किया है। कोर्ट ने ईडी की सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर संज्ञान लिया है। कोर्ट ने लालू यादव, तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को बातौर आरोपी अदालत में पेश होने का आदेश दिया है। यह पहली बार होगा जब इस मामले में तेजप्रताप यादव का नाम सामने आया है। हालांकि, कोर्ट ने बस इनके नाम पर टिपन्नी किया है। 


दरअसल, ईडी ने जो सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल किया है उसमें राजद के विधायक तेजप्रताप यादव को शामिल नहीं किया गया है। लेकिन, कोर्ट ने यह पाया है कि इस मामले में राजद के विधायक और पूर्व रेलमंत्री लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप को भी फायदा मिला है। इसलिए अदालत ने तेजप्रताप को आरोपी के तौर समन जारी कर दिया है। कोर्ट ने  लालू, तेजप्रताप और तेजस्वी को 7 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है।


बताया जा रहा है कि, कोर्ट ने यह माना की इस मामले में मुक़दमा चलाने के लिए  प्रथम दृष्टया में पर्याप्त सबूत हैं। उसके बाद कोर्ट ने कहा कि बड़ी तादात में ज़मीन का ट्रासंफर हुआ है और लालू यादव और उनके  परिवार द्वारा पद का दुरुपयोग किया गया है। कोर्ट ने कहा कि लालू यादव परिवार के नाम पर ज़मीन का ट्रांसफर हुआ है और खुद लालू यादव भी मनी लांड्रिंग में शामिल थे।


वहीं, कोर्ट ने कहा कि तेजस्वी यादव के खिलाफ भी मामले में पर्याप्त सबूत हैं। कोर्ट ने कहा कि किरण देवी ने मीसा भारती के नाम पर ज़मीन ट्रांसफर किया। जिसके बदले में किरण देवी के बेटे को नौकरी दी गई, इसमें किरण देवी के पति भी शामिल थे। कोर्ट ने कहा कि AK इंफोसिस्टम द्वारा बिहार के राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को 2014 में बड़ी तादात में ज़मीन ट्रांसफर किया गया है। कोर्ट ने कहा कि तेज प्रताप यादव भी लालू यादव परिवार के सदस्य है और मनी लांड्रिंग में इनकी भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है। उसके बाद कोर्ट ने कहा कि मामले में तेज प्रताव यादव को समन जारी किया जाता है।


बता दें कि यह मामला साल 2004 से 2009 के बीच का है, जब लालू यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि उनके कार्यकाल में रेलवे ग्रुप डी के पदों पर कई लोगों को नियमों की अवहेलना करते हुए नौकरी दी गई थी। इसकी एवज में लालू परिवार और करीबियों के नाम पर जमीनें लिखवाई गई थीं। इस केस के आपराधिक पहलू की जांच सीबीआई कर रही है। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े पहलू की जांच प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के पास है। ईडी ने बीते 6 अगस्त को इस केस में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी। इनमें 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें से तीन की मौत हो चुकी है।