Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में एक युवक घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन इन चीजों पर रहेगी छूट, आप भी ले सकते हैं लाभ; जानिए क्या है तरीका
1st Bihar Published by: Updated Sun, 29 Nov 2020 08:13:51 AM IST
- फ़ोटो
RANCHI : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाले के सजायाफ्ता लालू प्रसाद के ऑडियो प्रकरण मामले में पुलिस और जेल प्रशासन आमने-सामने हो गए हैं. बीजेपी के विधायक ललन पासवन के साथ फोन पर बातचीत करने के मामले में स्थानीय जेल प्रशासन ने रांची के डीसी को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है. सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि जेल प्रशासन ने पुलिस के ऊपर ही सवाल उठाया है.
जांच रिपोर्ट के मुताबिक जेल प्रशासन का कहना है कि अगर राजद सुप्रीमो के पास मोबाइल पहुंचा तो इसमें पुलिस की ही गलती है. सही तरीके से जांच नहीं होने के कारण ही लालू यादव तक मोबाइल पहुंचा होगा. हालांकि रिपोर्ट में अभी भी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सजायाफ्ता लालू यादव ने फ़ोन पर बातचीत की है या नहीं.
इस प्रकरण मे डीसी से कहा गया है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के ऊपर कार्रवाई की अनुशंसा की जा सकती है. जेल प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि लालू यादव की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला पुलिस की होती है, इसमें जेल प्रशासन की कोई भी जवाबदेही नहीं है.
आपको ये भी बता दें कि लालू यादव के इस ऑडियो क्लिप के मामले में फोरेंसिक जांच कराने की तैयारी है. पुलिस ऑडियो क्लिप की फोरेंसिक जांच कराएगी. इसके लिए बरियातू पुलिस एसएसपी को आवेदन देगी. एसएसपी की ओर से परमिशन मिलने के बाद ऑडियो क्लिप को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जायेगा.