PATNA: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह पर पलटवार किया है। ललन सिंह के यह कहने पर कि बीजेपी ने नीतीश की पीठ में छुरा भोंका, इसपर सुशील मोदी ने कहा है कि भाजपा भाजपा ने नहीं बल्कि नीतीश कुमार ने ही पीठ में छुरा भोंका और जनादेश से विश्वासघात किया, अब हमें उनकी आवश्यकता नहीं है।
सुशील मोदी ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू को 44 और भाजपा को उससे ज्यादा 75 सीटें मिलने के बाद भी चुनाव-पूर्व वादे का पालन करते हुए नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनाना क्या "पीठ में छुरा भोंकना" है? नीतीश कुमार का जनाधार लगातार घट रहा है। उनके नेतृत्व में जदयू को 2010 में 115 , 2015 में 75 और 2020 में 44 सीटें मिलीं।
उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जदयू के लिए भी वोट न मांगे होते, तो पार्टी की हालत और खराब होती। इसका आभार मानने के बजाय ललन सिंह रोज प्रधानमंत्री और भाजपा को कोस रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग देख रहे हैं कि किसने किसकी पीठ में छुरा भोंका और किसने पलटी मारी? क्या नीतीश कुमार इतने कमजोर हो गए हैं कि चिराग पासवान उनकी पार्टी को 44 सीट पर उतार दे? किसी पर आरोप लगाने से पहले जदयू को अपनी जमीन देखनी चाहिए।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पिछले साल विधानसभा के तीन में से दो उपचुनाव भाजपा ने जीते और मोकामा में पार्टी 60 हजार वोट पाकर दूसरे स्थान पर रही। नीतीश कुमार अपना वोट ट्रांसफर नहीं करा पाए। उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा, आरसीपी सिंह और जीतन राम मांझी ने जदयू का साथ छोड़ दिया। उनके दर्जनभर नेता भाजपा में आए, लेकिन भाजपा छोड़ कर कोई नहीं गया। जब नीतीश कुमार की पार्टी विलय या विघटन के कगार पर खड़ी है, तब भाजपा को उनकी कोई आवश्यकता नहीं है।