'क्या विपक्ष लावारिस है, उनकी कोई फैमली नहीं? ; परिवारवाद और किडनी डोनेट मामले में बोली रोहिणी- ताकत है तो इसकी भी करवा लें जांच

'क्या विपक्ष लावारिस है, उनकी कोई फैमली नहीं? ; परिवारवाद और किडनी डोनेट मामले में बोली रोहिणी- ताकत है तो इसकी भी करवा लें जांच

SARAN : देश भर में इन दिनों चुनावी गर्म है। ऐसे में इस चुनावी मौसम में बिहार की चर्चा न हो यह कतई संभव नहीं। लिहाजा अब बिहार में पहली बार चुनाव मैदान में आई राजद कैंडिडेट और पार्टी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव की बिटिया ने बड़े दावे किए हैं। रोहिणी ने राजनीति छोड़ देने तक की बात कह दी। ऐसे में अब उनके राजनीतिक दावे बिहार की राजनीति में एक अलग पटकथा तैयार कर सकते हैं। आइए जानते हैं यह पूरा वाकया है क्या है- 


दरअसल, रोहिणी आचार्य सबसे पहले तब चर्चा में आई, जब राजद सुप्रीमो लालू यादव के किडनी का इलाज हो रहा था और इनको एक नई किडनी की जरूरत थी। ऐसे में डोनर को खोजना और उसका किडनी लालू यादव के साथ मैच कराना काफी मुश्किल काम था। ऐसे में उनकी छोटी बेटी ने अपनी किडनी डोनेट किया और चर्चा का केंद्र बिंदु बन गई। इसकी न केवल बिहार में बल्कि देश के कोने-कोने में होने लगी। ऐसे में लोकसभा चुनाव में आरजेडी ने रोहिणी को सारण लोकसभा क्षेत्र से अपना कैंडिडेट बना दिया और वह जमकर वहां चुनाव प्रचार कर रही हैं। 


ऐसे में एक मीडिया चैनेल से बात करते हुए रोहिणी ने कई सवालों का जवाब दिये हैं। उनसे जब यह सवाल किया गया कि विपक्ष के नेता आप पर परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं। इसका जवाब देते हुए रोहिणी आचार्य ने कहा कि क्या विपक्ष लावारिस है, उनका कोई अपना परिवार नहीं है? हमारा तो यही परिवार है। 


उन्होंने कहा कि सारण के लोगों ने कभी अपने वर्तमान सांसद का चेहरा नहीं देखा, यह लोग बदलाव चाहते हैं। इस बार चुनाव में मुद्दा रोजगार है, जो तेजस्वी यादव ने वादा किया है, वह पूरा होगा। इसके अलावा उन्होंने केंद्र की मोदी और बिहार की नीतीश सरकार से कई सवाल किया कि ये लोग कभी भी सरकारी नौकरी देने के बारे में कुछ क्यों नहीं बोलते हैं। पिछली बार एनडीए ने लोगों से वादा किया था कि दो करोड़ रोजगार हर साल मिलेगा। 15 लाख रुपए सभी के खाते में आएंगे, लेकिन कुछ भी नहीं मिला। 


वहीं, राम मंदिर के सवाल को लेकर रोहिणी ने कहा कि मेरे राम दिल में बसते हैं। हम लोग बचपन से पूजा-पाठ करते आए हैं। मां और पिता का आशीर्वाद लेकर मैं हर दिन प्रचार पर निकलती हूं। रोहिणी ने कहा कि मेरे पिता लालू यादव कहते हैं कि बुजुर्गों और महिलाओं का आशीर्वाद लो। सच्चे मन से जनता की सेवा करने निकली हूं। रोहिणी भोजपुरी में कहती हैं कि जनता कह रही है कि पहले भी वोट तो आप ही को दिया था, लेकिन पता नहीं कहां चले गए। इस बार जनता सतर्क हो गई है। आने वाले 4 जून को जनता का जो फैसला होगा, उसे कबूल करूंगी। 


उधर,पिता लालू यादव को किडनी डोनेट किए जाने पर बीजेपी द्वारा उठाए जा रहे सवालों को लेकर रोहिणी ने कहा कि हिम्मत है तो जांच करवा लीजिए। वह सरकार में बैठे हैं। केंद्र में मोदी की सरकार है। बिहार में नीतीश सरकार है। ये लोग जांच करवा लें। अगर मैं गलत साबित हुई तो राजनीति छोड़ दूंगी, अगर वह गलत साबित हुए तो पीएम मोदी मुझसे माफी मांगेंगे।