DESK: उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीखों का एलान हो गया है. अगले महीने यानि फरवरी में चुनाव है. लेकिन बीजेपी के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने का एलान कर चुके जेडीयू के भीतर खामोशी पसरी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह एलान कर चुके हैं कि उत्तर प्रदेश में जेडीयू औऱ बीजेपी के बीच सीटों का तालमेल होगा, लेकिन बीजेपी ने इस मसले पर एक शब्द का आश्वासन तक नहीं दिया है. ऐसे में क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यूपी वाले योगी के साथ चुनाव प्रचार कर पायेंगे इस पर बड़ा सवालिया निशान लग रहा है.
क्या कहा था ललन सिंह ने
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा था कि उनकी पार्टी का उत्तर प्रदेश में बीजेपी के साथ गठबंधन होने वाला है. जेडीयू ने बीजेपी से बात करने के लिए आरसीपी सिंह को अधिकृत किया था. आरसीपी सिंह ने पार्टी को ये सूचना दी है कि बीजेपी जेडीयू के लिए सीट छोडने को तैयार है. लेकिन उत्तर प्रदेश में चुनाव का एलान हो गया है. एक महीने में चुनाव होना है, बीजेपी ने सार्वजनिक तौर पर एक शब्द भी ऐसा नहीं कहा जिससे ये उम्मीद जगे कि बीजेपी वाकई जेडीयू पर मेहरबानी दिखायेगी.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी जिन दलों से तालमेल करेगी वह जगजाहिर हो चुका है. चुनाव से पहले ही अपना दल की अनुप्रिया पटेल केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल की जा चुकी हैं. अपना दल से बीजेपी का तालमेल होना तय है. उधर निषाद पार्टी से भी बीजेपी का तालमेल तय है. केंद्रीय गृह मंत्री निषाद पार्टी की रैली को संबोधित कर चुके हैं. निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद को विधान पार्षद बनाया जा चुका है. लेकिन जेडीयू के किसी नेता से बातचीत की कोई तस्वीर तक सामने नही आयी है.
जेडीयू का दावा-एक सप्ताह में हो जायेगा फाइनल
उधर जदयू के प्रधान महासचिव और यूपी के प्रभारी केसी त्यागी कह रहे हैं कि बीजेपी ने सीटों के बंटवारे पर यूपी में अपने किसी भी सहयोगी दल से बात अब तक नहीं की है. निषाद पार्टी और अपना दल से उसका संबंध है लेकिन उन दोनों पार्टियों से भी सीटों के बंटवारे पर कुछ बात नहीं बढ़ी है. अब चुनाव की तारीख का एलान हो चुका है. ऐसे में उम्मीद है कि एक सप्ताह में कुछ तय होगा.
आरसीपी सिंह का इंतजार
जेडीयू नेता कह रहे हैं कि आरसीपी सिंह का इंतजार हो रहा है. फिलहाल आरसीपी सिंह कर्नाटक के दौरे पर हैं. उनके दिल्ली लौटकर आने के बाद वे बीजेपी के नेताओं से तालमेल पर बातचीत करेंगे. चूंकि पार्टी ने उन्हें ही उत्तर प्रदेश में तालमेल के लिए पूरी तरह से अधिकृत किया हुआ है.