DESK : कोरोना वायरस की वजह से अब हम हमेशा मास्क या फिर किसी कपड़े से मुंह को ढके रहते है. ये अब हमारे जीवन का हिस्सा बन गया है. हालांकि, अब इसको लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है कि ज्यादा समय तक मास्क पहने रहने से सांस लेने में दिक्कत आती है और इस वजह से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है. आइये जानते हैं इस बात में कितनी सच्चाई है
WHO के अनुसार लंबे समय तक मेडिकल मास्क जिसे सर्जिकल मास्क भी कहा जाता हैका उपयोग शरीर में ऑक्सीजन की कमी या कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा नहीं बढ़ती है.
एक अध्यन में सर्जिकल मास्क और N-95 रेस्पिरेटर मास्क दोनों को पहनने से पहले और बाद में पल्स ऑक्सिमीटर का उपयोग कर लोगों के शरीर में ऑक्सीजन का स्तर मापा गया और पाया गया की शरीर में ऑक्सीजन के स्तर में कोई कमी नहीं आई है. इस अध्यन में शामिल डॉ. ओज़ ने कहा, "मैंने बिना किसी समस्या के अपने पूरे करियर में 12 घंटे की सर्जरी के दौरान मास्क पहना है. आप भी घर के सामान की खरीदारी के वक्त इसे पहने और मास्क की आदत डाल सकते हैं.
लेकिन, भारतीय डॉक्टरों का मानना है कि लंबे समय तक मास्क पहनने से शरीर में ऑक्सीजन का स्तर थोड़ा कम हो जाता है. मैक्स के कार्डियोलॉजी के हेड डॉ. कुमार का कहना है कि लंबे समय तक N95 या सर्जिकल मास्क पहनने से ऑक्सीजन स्तर पर फर्क पड़ता है पर इससे कोई परेशानी नहीं होती.
उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि मास्क को 6 घंटे से ज़्यादा समय के लिए पहनने से ऑक्सीजन का स्तर निश्चित तौर पर गिरेगा. उनके मुताबिक N95 या सर्जिकल मास्क सिर्फ मेडिकल एक्सपर्ट्स को ही पहनने चाहिए, क्योंकि वे सीधे तौर पर कोविड-19 मरीज़ों के संपर्क में आते हैं. आम लोग कपड़े के मास्क का इस्तेमाल बिना किसी दर के कर सकते हैं. इसको पहनने में कोई परेशानी नहीं है.