PATNA : बिहार में विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर भाजपा और जेडीयू के नेता आमने सामने आ जा रहे हैं. एक ओर जहां भाजपा के नेताओं का ये कहना है कि बिहार को पर्याप्त पैसा मिल रहा है. विशेष राज्य के दर्जे की जरूरत नहीं है. वहीं जेडीयू के नेता लगातार विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं. जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने आज फिर इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
उपेन्द्र कुशवाहा ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि यह किसी एक पार्टी की मांग नहीं है. यह पूरे बिहार की मांग है. भाजपा के लोग भी इस सरकार का हिस्सा हैं. वो लोग कह रहे हैं कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की जरूरत नहीं, तो वो ही बताये कि केंद्र से मिल रहा पैसा कहाँ जा रहा है.
कुशवाहा ने कहा कि बिहार को अभी महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्रप्रदेश प्रदेश और कर्णाटक जैसे राज्यों की श्रेणी में लाना है इसलिए इसे विशेष पैकेज की जरूरत होगी. नीतीश कुमार अपने स्तर से विकास के काम कर रहे हैं, लेकिन अभी उतना काम नहीं हो पाया है जितना होना चाहिए.
उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने में कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या सरकार चाहे तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल सकता है और इसमें आ रही तमाम बाधाओं को भी दूर किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने भी अपनी रिपोर्ट में बिहार के पिछड़ेपन की ओर इशारा किया है. ऐसी स्थ्तिी में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि विशेष पैकेज और विशेष राज्य का दर्जा दो अलग-अलग चीजें हैं.