JAMUI: जमुई जिले के कुख्यात अपराधी अजीत राम ओडिशा भाग गया था। 50 हजार के इनामी अपराधी के घर की कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जानी थी। इस बात की खबर उसे किसी तरह मिल गयी। फिर क्या था वो कुर्की जब्ती की डर से वो ओडिशा से जमुई पहुंच गया और कोर्ट में जाकर सरेंडर किया।
जमुई एसपी की कार्रवाई की डर से उसने ऐसा कदम उठाया। कुछ ही दिनों में जमुई पुलिस उसके घर पर कुर्की जब्ती की कार्रवाई करने वाली थी। जमुई न्यायालय में चार अलग-अलग अपराधिक कांड में फरार अपराधी ने ओडिशा के पुरी शहर से आकर जमुई न्यायालय में आत्मसमर्पण किया। आरोपी के ऊपर जमुई पुलिस अधीक्षक के अनुशंसा पर बिहार सरकार के गृह विभाग ने 12 जनवरी 2024 को आरोपी के ऊपर 50000 का इनाम घोषित किया था।
आरोपी की पहचान सोनो थाना क्षेत्र के मडरों गांव के लल्लू राम के पुत्र अजीत राम के रूप में हुई है। बताया जाता है कि अपराधिक घटना करने के बाद आरोपी मलयपुर थाना क्षेत्र में अपने किसी रिश्तेदार के पास छुपाकर रह रहा था। जब आरोपी के ऊपर इनाम घोषित हुआ तब वह मलयपुर से फरार हो गया।
गिरफ्तार आरोपी कई वर्षों से पुलिस से बचने के लिए जमुई जिला से फरार होकर जगह बदलकर अलग-अलग शहरों में रह रहा था। लेकिन जमुई एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन के दिशा निर्देश पर जमुई पुलिस द्वारा आरोपी अजीत राम की गिरफ्तारी के लगातार दबिस दिया जा रहा था। अपने ऊपर इनाम घोषित होने और बढ़ते पुलिस की दबिस पर उड़ीसा शहर के पुरी से आकर जमुई न्यायालय में अजीत राम ने आत्मसमर्पण कर दिया है।