केके पाठक की सख्ती पटना में ही बेअसर, स्कूल में ताला मारकर दो हफ्ते से फरार है शिक्षक, बरामदे में हो रही पढ़ाई

केके पाठक की सख्ती पटना में ही बेअसर, स्कूल में ताला मारकर दो हफ्ते से फरार है शिक्षक, बरामदे में हो रही पढ़ाई

PATNA: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव अपने सख्त तेवर और एक्शन के कारण अक्सर चर्चा में बने रहते हैं। वे शिक्षा विभाग को दुरुस्त करने में लगे हैं। स्कूल के शिक्षक और अधिकारियों को सुधारने की कोशिश में जुटे हैं। केके पाठक के लगातार कार्रवाई से बिहार के शिक्षकों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। इनके नाम से ही स्कूलों के शिक्षक सहम जाते हैं लेकिन बाढ़ प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय के शिक्षक के रवैय्ये को देखकर ऐसा लगता है कि इन्हें केके पाठक का कोई डर नहीं है। क्योंकि 31 जुलाई से इस स्कूल में ताला लगा हुआ है। आज 12 अगस्त है लेकिन ताला अब तक नहीं खोला गया है। जिसके कारण स्कूल आने वाले बच्चों को टीचर बरामदे में अन्य शिक्षक पढ़ाते हैं। 


स्कूल में तालाबंदी रहने से बच्चों को मिलने वाला मध्याहन भोजन भी यहां नहीं मिल रहा है। स्कूल की यह हालत है लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है। स्कूल के शिक्षक उमेश कुमार ने बताया कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को उन्होंने इस संबंध में आवेदन दिया था लेकिन आज तक स्कूल का ताला नहीं खोला गया। जिसके कारण वे बच्चों को स्कूल के बरामदे में बिठाकर पढाते हैं। इसे लेकर गांव के लोगों में भी खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। स्कूल की छात्रा ने बताया कि बरामदे में पढ़ाई करने में दिक्कत होती है। 


बता दें कि पटना के बाढ़ अनुमंडल के डुमरिया उत्क्रमित मध्य विद्यालय में कुल 6 शिक्षक तैनात हैं। स्कूल के प्रखंड शिक्षक उमेश कुमार और मधुसूदन कुमार ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बाढ़ को एक पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी है। उमेश और मधुसूदन ने बताया कि 31 जुलाई 2023 से उत्क्रमित मध्य विद्यालय डूमरिया लगातार बंद है। पिछले 12 दिनों से स्कूल में ताला जड़ा हुआ है। जिसके कारण स्कूल का क्लास रूम बंद है।


ताले की चाबी वरीय शिक्षक संजीत प्रसाद के पास रहता है। संजीत प्रसाद 31 जुलाई से लगातार स्कूल नहीं आ रहे हैं। जिसके कारण स्कूल बंद रहता है। जबकि वे दोनों ( उमेश और मधुसूदन) प्रत्येक दिन स्कूल आते हैं। स्कूल नहीं खुलने के कारण वे दोनों बच्चों को स्कूल के बरामदे में बिठाकर किसी तरह से पढ़ाते हैं। जिसके कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 


दोनों ने शिक्षकों ने स्कूल का ताला खुलवाने की अपील प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बाढ़ से की है। 5 अगस्त को उन्होंने पत्र लिखा है। आज 12 अगस्त है लेकिन अभी तक स्कूल का ताला नहीं खुल पाया है। तीन दिन बाद स्वतंत्रता दिवस समारोह है। लेकिन इसकी भी तैयारी शुरू नहीं की गयी है। इसका कारण है कि स्कूल में ताला जड़ा हुआ है। अब देखने वाली बात होगी कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की नजर इस ओर कब जाएगी और कब स्कूल का ताला खुलेगा।