MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति समेत चार पदाधिकारियों के खिलाफ शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक के आदेश पर केस दर्ज होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ जहां कुलपति ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि वे बेल नहीं लेंगे भले ही पुलिस उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं कर ले। विश्वविद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों और छात्रों को अब बीजेपी का समर्थन मिल गया है।
दरअसल, शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक के आदेश पर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति समेत चार पदाधिकारियों के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति और पदाधिकारियों के ऊपर वित्तीय और अन्य प्रकार की गड़बड़ियों का आरोप शिक्षा विभाग द्वारा लगाया गया है। इसके खिलाफ छात्र संघ के साथ साथ विभिन्न दलों के नेता, शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी आंदोलन पर उतर गए हैं और शिक्षा विभाग के इस एक्शन को विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर हमला बता रहे हैं।
बिहार सरकार के खिलाफ इस आंदोलन को बीजेपी सांसद अजय निषाद का समर्थन मिल गया है। बीजेपी सांसद अजय निषाद ने एलान कर दिया है कि अगर बीयू के कुलपति और पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया तो हमलोग भी उनके साथ में जेल जाएंगे। उन्होंने कहा कि अधिकार क्षेत्र के बाहर जाकर काम करने को किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विश्वविद्यालयों का कंट्रोल राज्यपाल के हाथ में होता है। अगर गड़बड़ी हुई है तो राज्यपाल के स्तर से कार्रवाई होनी चाहिए थी। बिहार सरकार को कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है।