किसान आंदोलन में गाए जा रहे 'पीएम मोदी की मौत के गीत', गिरिराज बोले- 'मर जा मोदी-मर जा मोदी' गा रहे किसान

किसान आंदोलन में गाए जा रहे 'पीएम मोदी की मौत के गीत', गिरिराज बोले- 'मर जा मोदी-मर जा मोदी' गा रहे किसान

BEGUSARAI :  नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और देशभर के किसानों के बीच ठन गई है. ना किसान पीछे हटने को तैयार हैं और ना ही केंद्र सरकार कानून वापस लेने के मूड में है. लेकिन इन दिनों किसान आंदोलन को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है. किसान आंदोलन में 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए जा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में कहा कि किसान आंदोलन वाले जगह पर 'मर जा मोदी-मर जा मोदी' के गीत गाए जा रहे हैं.


गुरुवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह नेअपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में दो जगह किसान सम्मेलन को संबोधित किया. बखरी विधानसभा क्षेत्र के समसा और बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र के चांदपुरा में आयोजित किसान सम्मेलन में गिरिराज सिंह ने कहा कि विपक्षी पार्टियां किसानों को भ्रम में डालकर सड़क पर उतारने की साजिश कर रही है.  किसान आंदोलन में कम्युनिस्ट पार्टी का झंडा लगाकर खालिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया जा रहा है. 


गिरिराज ने कहा कि मोदी जी का सपना है सभी गांव, गरीब और किसानों का उत्थान करना. लेकिन किसान आंदोलन वाले जगह पर 'मर जा मोदी-मर जा मोदी' के गीत गाए जा रहे हैं. गिरिराज सिंह ने कहा कि गन्ना उत्पादक किसानों के हित में भी मोदी सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. गन्ना उत्पादक किसानों को 35 सौ करोड़ का भुगतान सीधे उनके बैंक खाता में होगा. किसानों के बकाए का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा. इसका लाभ पांच करोड़ गन्ना उत्पादक किसान और उनके आश्रितों को होगा. 


उन्होंने आगे बताया कि नरेन्द्र मोदी की सरकार ने छह साल में किसानों की उपज के कीमत में 45 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है. खेती करने के लिए सभी किसानों को छह हजार दिया जा रहा है. नरेन्द्र मोदी का सपना है सबका विकास और सब का उत्थान। मछुआरे की समस्या का भी मोदी जी ने समाधान किया और किसानों के सम्मान के साथ खड़े हैं. उन्होंने कानून बनाया है कि किसान जहां चाहे एमएससी पर अपना उत्पाद बेचें, मंडी थी, मंडी है और मंडी रहेगा. 


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार की धरती पर इसी बेगूसराय से 20 हजार करोड़ की मत्स्य संपदा योजना का शुभारंभ किया है. नरेन्द्र मोदी बिहार को सम्मान की दृष्टि से देखते हैं. वह कहते हैं कि बिहार के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता है. इसलिए किसान विधेयक और किसानों के हित में बेगूसराय से एक बड़ा आंदोलन शुरू होना चाहिए हस्ताक्षर अभियान का. जो किसान चाहतेे हैं हमारा सम्मान बचा रहे, हम अपना उत्पाद जहां चाहे बेेच सकें और किसी भी अधिकार से वंचित नहीं रहे वह हस्ताक्षर अभियान में शामिल हों. यह हस्ताक्षर अभियान हर गांव तक जाकर गांव के किसानों के बीच होना चाहिए.