DESK : क्रिकेट एक जोखिम भरा खेल है, इसमें गंभीर चोट लगने और जान का ख़तरा बना रहता है। ज़रा सी चूक क्रिकेटर के लिए जानलेवा साबित हो सकती है, या फिर खिलाड़ी का करियर हमेशा के लिए ख़त्म हो सकता है।
इस जोखिम भरे खेल ने एक बिहारी युवा क्रिकेटर की जान ले ली हैं। समस्तीपुर के दलसिंहसराय के स्थानीय छत्रधारी इंटर विद्यालय खेल मैदान में रविवार की सुबह क्रिकेट खेलते समय एक क्रिकेट खिलाड़ी की मौत हो गई। रविवार की सुबह कृष्ण कुमार क्रिकेट खेलने अपने मित्रों के साथ छत्रधारी इंटर विद्यालय खेल मैदान में गया था। वह अन्य दिनों की तरह क्रिकेट खेल रहा था। इस बीच फील्डिंग के दौरान बॉल रोकने के दौरान वह घास पर फिसल गया और मैदान में गिर गया। जिससे उसे चोट लग गई। गिरने के बाद वह उठ नहीं पाया। जिसके बाद मैदान में मौजूद खिलाडि़यों ने उसे उठा कर होश में लाने की कोशिश की। जब सफल नहीं हुए तो इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
क्रिकेट खेलने के दौरान मैदान पर गिरने से अचानक खिलाड़ी की मौत पहले बनी हुई है। मौत की वजह स्प्ष्ट नही हो सका। अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि हॉस्पिटल आने से पहले ही खिलाड़ी की मौत हो गई थी। मृतक के शरीर पर देखने से कहीं भी गम्भीर चोट के निशान नहीं थे । पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकता था, हालांकि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। वहीं मैदान में साथ में खेल रहे खिलाड़ी ने कहा कि बॉल रोकने के दौरान वह घास पर फिसलकर गिरा और बेहोश हो गया। कुछ लोग ठंड को मौत की वजह मानते हैं।
अगर बात करें अंतराष्ट्रीय क्रिकेट की तो भारतीय क्रिकेटर रमन लांबा की मौत क्रिकेट के मैदान में फिल्डिंग करते वक्त हो गयी थी। एक मैच में जब वो फ़ील्डिंग कर रहे थे तभी बल्लेबाज़ ने गेंद पर ज़ोरदार शॉट लगाया, गेंद रमन के कनपट्टी पर लग कर विकेटकीपर के हाथ में आ गई।चोट लगने के फ़ौरन बाद वो ड्रेसिंग रूम में पहुंच गए जहां वो गिर पड़े। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां ये पता चला कि उनके दिमाग में ख़ून का थक्का जम गया है। उन्हें आईसीयू में रखा गया, लेकिन 3 दिन बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।