PATNA: बहुचर्चित खान सर के मामले में बिहार में सत्तारूढ़ जमात में दिलचस्प खेल हो रहा है. नीतीश कुमार के कंट्रोल में काम करने वाली पुलिस ने खान सर पर 14 धाराओं में मुकदमा कर दिया है. अब नीतीश कुमार की ही पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि पुलिस को खान सर दर्ज मुकदमे को तत्काल वापस लेना चाहिये।
खान सर को ललन सिंह का समर्थन
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने खान सर के समर्थन में ट्विट किया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है। “पटना में खान कोचिंग सहित अन्य कई कोचिंग संस्थान, ऑनलाइन माध्यम से बिहार व देशभर के गरीब व होनहार युवाओं का भविष्य निर्माण करते हैं. रेलवे/पुलिस इनलोगों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों को अविलंब वापस ले.”
ललन सिंह ने छात्रों से शांति बरतने की भी अपील की है. उन्होंने कहा है कि बिहार, उत्तर प्रदेश और दूसरे राज्यों में छात्रों का उत्तेजक होना रेलवे की परीक्षा प्रक्रिया औऱ परिणाम में हुई गड़बड़ी के खिलाफ प्रतिक्रिया है. रेलवे भर्ती बोर्ड ने गड़बड़ियों को देखने के लिए जांच कमेटी बनायी है. वे उम्मीद करते हैं कि ये जांच कमेटी छात्रों के साथ न्याय करेगी.
पुलिस ने कहा था-खान सर के खिलाफ सबूत
हम आपको बता दें कि आज ही पटना के डीएम औऱ एसएसपी ने कहा था कि खान सर समेत पटना के 6 कोचिंग संचालकों के खिलाफ पुलिस को सबूत मिले हैं. पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने ये दावा किया कि पुलिस ने सारे साक्ष्यों के आधार पर ही खान सर समेत 6 कोचिंग संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया है.
एसएसपी ने कहा कि हिंसा और उपद्रव के मामले में जो लोग पकड़े गये उनसे पुलिस ने पूछताछ की. पुलिस को पता चला कि जो भी प्रदर्शन औऱ हिंसा हो रही थी उसे डिजिटल माध्यम से कंट्रोल किया जा रहा था. यू ट्यूब चैनल के माध्यम से छात्रों को मोबलाइज किया जा रहा है. SSP ने कहा कि सबसे दुखदायी बात ये थी कि हिंसा के वाकये को यूट्यूब के जरिये लाइव दिखाया जा रहा था. ताकि दूसरे युवाओं को भी गलत रास्ते पर जाने के लिए प्रेरित किया जा सके.
पटना के एसएसपी ने कहा कि पुलिस ने कई यूट्यूब, फेसबुक औऱ ट्विटर अकाउंट की छानबीन की. उसमें पता चला कि ये 6 लोग जिन्हें अभियुक्त बनाया है वे लोग छात्रों को उकसा रहे थे. उनके यूट्यूब चैनलों का पुलिस ने छानबीन किया है तभी एफआईआर दर्ज की गयी है. हालांकि पुलिस ने ये भी कहा है कि फिलहाल खान सर समेत दूसरे कोचिंग संचालकों की गिरफ्तारी नहीं होगी. उन्हें खुद को निर्दोष साबित करने का मौका दिया जायेगा.