MADHEPURA : तीन आतंकियों को मारते हुए बीएसएफ के कैप्टन आशुतोष कुमार समेत चार जवान रविवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर के माछिल इलाके में शहीद हो गए. शहीद जवानों ने आतंकियों के घुसपैठ के मंसूबे को नाकाम करते हुए उन्हें मार गिराया.
दो साल पहले ही ज्वाइंन की थी नौकरी
हालांकि आंतकियों से लोहा लेते हुए बिहार के वीर सपूत बीएसएफ के कैप्टन आशुतोष कुमार शहीद हो गए. आशुतोष ने दो आतंकियों को मार गिराया. शहीद कैप्टन आशुतोष घैलाढ़ प्रखंड के भतरंधा परमानंदपुर पंचायत के जागीर टोला वार्ड-17 के रहने वाले थे. उनके पिता रविंद्र भारती घैलाढ़ पशु अस्पताल में अनुसेवक हैं. दो साल पहले ही आशुतोष ने सेना में नौकरी ज्वाइंन की थी. वह नौ महीने से बॉर्डर पर तैनात थे.
दो बहनों के एकलौते भाई थे आशुतोष
रविवार की शाम पांच बजे जैसे ही उनके शहीद होने की सूचना मिली, पूरे गांव में मातम पसर गया. दोनों बहनों को अपने एकलौते भाई आशुतोष के शहीद होने की जानकारी जैसे ही मिली उनके घर में कोहराम मच गया. उनकी मां के विलाप को सुनकर कोई भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहा है.
अहले सुबह घुसपैठ कर रहे थे आतंकी
बीएसएफ के तरफ से बताया गया कि रविवार की अहले सुबह बीएसएफ के 12 जवानों की टीम पाकिस्तान बार्डर से सटे माछिल इलाके में पेट्रोलिंग कर रही थी.इसी दौरान पांच आतंकियों को पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ करते देखा गया. इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई.
दो आतंकियों को मारकर शहीद हो गए आशुतोष
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कैप्टन आशुतोष ने दो आतंकियों को मार गिराया. हालांकि बाद में आतंकियों की गोलीबारी में आशुतोष समेत चार जवान शहीद हो गए. जबकि कुछ अन्य के घायल होने की सूचना है.