DESK: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे जहां यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इस दौरान PM मोदी ने आज काशी को इंटरनेशनल स्टेडियम का तोहफा दिया है। राजातालाब गंजारी में 450 करोड़ रुपये की लागत से 30 एकड़ में बनने वाले इस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की उन्होंने आधारशिला रखी। इस मौके पर पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, रवि शास्त्री जैसे पूर्व खिलाड़ी भी मौजूद रहे। वही सीएम योगी और बीसीसीआई के कई पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया। कहा कि भारतीय लोकतंत्र के प्रखर पुरुष और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजनारायण जी का गांव मोतीकोट है मैं इस धरती से आदरणीय राजनारायण जी और उनकी जन्मभूमि को सिर झूकाकर प्रणाम करते हैं। काशी में आज इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की आधारशीला रखी गयी। जो ना केवल वाराणसी बल्कि पूर्वांचल के लोगों के वरदान साबित होगा।
उन्होंने कहा कि स्टेडियम जब बनकर तैयार हो जाएगा तब इसमें एक साथ 30 हजार से ज्यादा लोग बैठकर मैच देख पाएंगे। मैं जानता हूं जब से स्टेडियम की तस्वीरें बाहर आई है हर काशीवासी गदगद हो गये है। महादेव की नगरी में स्टेडियम उसकी डिजाईन स्वयं महादेव को ही समर्पित है। इसमें क्रिकेट के एक से बढ़कर एक क्रिकेट मैच होगा। इसमें आस-पास के युवा खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम में ट्रेनिंग का मौका मिलेगा। इसका बहुत बड़ा लाख मेरी काशी को होगा। मेरे परिवारजनों आज क्रिकेट के जरीये दुनियां भारत से जुड़ रही है। दुनियां के नए नए देश क्रिकेट खेलने के लिए आगे आ रहे है। जाहिर है आने वाले दिनों में क्रिकेट मैचों की संख्या भी बढने वाली है।
पीएम मोदी ने कहा कि जब क्रिकेट मैच बढ़ेंगे तब नए नए स्टेडियम भी जरूरत पड़ने वाली है। बनारस का यह इंटरनेशनल स्टेडियम इस डिमांड को पूरा करेगा। पूरे पूर्वांचल का चमकता हुआ यह सितारा बनने वाला है। यूपी का यह पहला स्टेडियम होगा जिसके निर्माण में बीसीसीआई का भी पूरा सहयोग होगा। काशी का एमपी होने के नाते मैं बीसीसीआई के पदाधिकारियों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। जब खेल का इंफ्रास्ट्रक्चर बनता है तो सिर्फ खेल ही नहीं स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी उसका साकारात्मक असर होता है। जब स्टेडियम में बड़े बड़े आयोजन होंगे तो भारी संख्या में लोगों का आगमन होगा। इससे यहां के कई लोगों को फायदा होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि एक समय था जब माता पिता बच्चों को इस बात के लिए डांटते थे कि हमेशा खेलते ही रहोंगे क्या कुछ पढाई लिखाई करोंगे कि नहीं। यही सुनना पड़ता है। लेकिन अब समाज की सोच बदली है बच्चे तो पहले से ही सिरियस थे ही अब माता पिता भी खेल प्रति गंभीर हुए है। अब देश का मिजाज ऐसा बना है कि जो खेलेगा वही खिलेगा। काशी के युवा स्पोर्ट्स की दुनियां में नाम कमाए मेरी यही कामना है। हमारा प्रयास वाराणसी के युवाओं को उच्च स्तरीय खेल सुविधाएं देने का है। इस नए स्टेडियम के साथ ही सिगरा स्टेडियम पर भी करीब 400 करोड़ खर्च किये जा रहे है। सिगरा स्टेडियम में भी 50 से अधिक खेलों के लिए सुविधाएं विकसित की जा रही है। ये देश का पहला बहुस्तरीय स्पोर्ट्स कॉम्पलेस होगा दिव्यांगों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। इसे भी बहुत जल्द ही काशी वासियों को समर्पित किया जाएगा।