PATNA : न्यू पेंशन स्कीम के तहत आने वाले सरकारी कर्मचारियों के भविष्य के साथ नीतीश सरकार खिलवाड़ कर रही है. पिछले 6 महीने से कर्मचारियों के वेतन से पेंशन के लिए पैसे काटे जा रहे हैं लेकिन पेंशन खाते में उसे जमा ही नहीं कराया जा रहा है. कर्मचारियों के वेतन से काटे जा रहे पैसे कहां जा रहे हैं इसका किसी को कुछ पता नहीं.
कर्मचारी संगठनों ने फिर दी सरकार को चेतावनी
बिहार राज्य सचिवालय सेवा संघ ने आज फिर सरकार को ज्ञापन सौंपा. संघ के मुताबिक मार्च महीने के बाद से ही कर्मचारियों के पेंशन का पैसा पेंशन खाते में जमा ही नहीं कराया गया है जबकि सरकार हर महीने कर्मचारियों के खाते से पैसे काट रही है. सचिवालय सेवा संघ ने इससे पहले भी सरकार को पत्र लिखकर पेंशन के पैसे का हिसाब मांगा था. लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है.
क्या है न्यू पेंशन स्कीम
2005 से लागू हुए न्यू पेंशन स्कीम में वैसे सभी सरकारी कर्मचारियों को शामिल किया गया है जिन्होंने इसके बाद सरकारी नौकरी हासिल की है. इसके तहत कर्मचारियों की रिटायरमेंट के बाद पेंशन की व्यवस्था बदल दी गयी है. अब कर्मचारियों के पेंशन के लिए न्यू पेंशन स्कीम के खाते में पैसा जमा करना होता. कर्मचारियों के वेतन का 10 फीसदी हिस्सा न्यू पेंशन स्कीम के खाते में जाता है. वहीं सरकार भी वेतन के 10 फीसदी के बराबर पैसा देती है. जून 2019 से सरकार ने अपना हिस्सा 4 फीसदी और बढ़ा दिया. यानि पेंशन खाते में सरकार कर्मचारियों के वेतन के 14 प्रतिशत के बराबर पैसे देगी. लेकिन बिहार में पिछले 6 महीने से कर्मचारियों के पेंशन खाते में पैसा जमा होना बंद है. कर्मचारियों के वेतन से पैसा कट रहा है, वो जमा नहीं हो रहा. सरकार अपना हिस्सा भी नहीं जमा कर रही. इससे कर्मचारियों को नुकसान हो रहा है. सचिवालय सेवा संघ ने कहा है कि सरकार के रवैये से कर्मचारियों के आक्रोश गहराता जा रहा है.