PATNA : बिहार विधानसभा उपचुनाव में आरजेडी और कांग्रेस से पहले से एक दूसरे के सामने खड़े हैं. महागठबंधन टूट कर बिखर चुका है. और इस उपचुनाव में सबसे बड़ी टक्कर आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं के बीच ही देखने को मिल रही है. हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी के साथ बिहार पहुंचे कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार ने आरजेडी को निशाने पर लिया है. राजद प्रवक्ता मनोज झा पर बड़ा हमला बोलते हुए कन्हैया ने उन्हें लठैत बता दिया है.
पटना के सदाकत आश्रम स्थित कांग्रेस पार्टी के प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए कन्हैया कुमार ने राजद प्रवक्ता मनोज झा का बिना नाम लिए इशारों-इशारों में कहा कि "पढ़े लिखे लोग आज लठैत की भाषा बोल रहे हैं. सीना ठोककर कहता हूं पार्टी के प्रवक्ता जवाब दे कि कांग्रेस पार्टी को छोड़कर विपक्ष की ऐसी कौन सी पार्टी है जो बीजेपी के साथ जा चुकी है."
कन्हैया ने कहा कि "कांग्रेस पार्टी कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएगी. आज तक न ऐसा हुआ है और न होगा. हो सकता है कि कांग्रेस में दो चार लोग सिंधिया जैसे मिल जाये. लेकिन कांग्रेस कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएगी. और ये बात सभी लोग मानते हैं." कन्हैया ने राजद को आड़े हाथों लेते हुए स्ट्राइक रेट की भी बात कह दी. कन्हैया ने कहा कि "बिहार में 40 लोकसभा सीट में से मात्र एक सीट विपक्ष ने जीता है. वो एक सीट भी कांग्रेस पार्टी जीती. कांग्रेस का स्ट्राइक रेट और अन्य विपक्षी दलों के स्ट्राइक रेट का आकलन कर लीजिये."
उन्होंने आगे कहा कि "जब तक भाजपा को बिहार में पानी नहीं पिलाओगे, तब तक कुछ नहीं होगा. बीजेपी को सिर्फ गुजरात में हराने से कुछ नहीं होगा. गांधी गुजरात में पैदा हुए थे. लेकिन जब वही गांधी बिहार आये तो बिहारियों ने उन्हें महात्मा बना दिया. जात और धर्म के नाम पर देश का बंटवारा एक बड़ी साजिश है. बिहार में रहने वाले 12 करोड़ से ज्यादा लोगों के आत्मसम्मान की लड़ाई कांग्रेस पार्टी लड़ेगी."
कन्हैया ने कहा कि "कल बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह की जयंती थी. उन्होंने सबसे ज्यादा दिनों तक सीएम रहने का रिकार्ड बनाया. बिहार को कांग्रेस पार्टी ने बिहार बनाया. बिहारी होने का मतलब गाली नहीं गौरव है. बिहार के इतिहास का पुनर्जागरण करना होगा. हिन्दू-मुस्लिम की एकता को छिन्न-भिन्न किया जा रहा है. हमें देश को बचाना होगा."
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारकों के एलान होने के लगभग 10 दिन बाद कन्हैया, जिग्नेश और हार्दिक तिकड़ी बिहार पहुंची है. इन नेताओं का मुकाबला सीधे तौर पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ देखा जा रहा है. इन युवाओं के बीच चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है. कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने पहले ही तेजस्वी और आरजेडी के खिलाफ जंग छेड़ दिया है. कांग्रेस को उम्मीद है कि कन्हैया, जिग्नेश और हार्दिक तिकड़ी आरजेडी के ताबूत में आखिरी कील ठोंकने का काम करेगी.
दरअसल जिन दो विधानसभा सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान में उपचुनाव हो रहा है, उसमें से एक सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान सीट से चुनाव लड़ी थी. इसबार भी कांग्रेस को उम्मीद थी कि महागठबंधन में होने के नाते तेजस्वी यादव उन्हें कुशेश्वरस्थान सीट से चुनाव लड़ने देंगे. लेकिन तेजस्वी ने नई तिकड़म अपनाते हुए कांग्रेस को कुशेश्वरस्थान सीट से बेदखल करने का उपाय निकाला और इस सीट से भी राजद उम्मीदवार को मैदान में उतार दिया.
इस घात के बाद लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव कांग्रेस पार्टी के रडार पर आ गए. दोनों ओर से नेता एक दूसरे के ऊपर जुबानी हमला बोल रहे हैं. मंगलवार को कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरणदास ने बिना नाम लिए राजद पर भाजपा के साथ समझौता करने और साम्प्रदायिक पार्टी का आरोप लगाया. कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने यहां तक खुलकर कह दिया कि तेजस्वी बीजेपी और नीतीश सरकार को फायदा पहुंचा रहे हैं. तेजस्वी ने कांग्रेस को धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस आरजेडी को उपचुनाव में सबक सिखाने का काम करेगी.
बिहार दौरे पर कांग्रेस पार्टी की ये तिकड़ी के ऊपर एनडीए के साथ-साथ आरजेडी से भी टकराने की जिम्मेदारी है. माना जा रहा है कि कन्हैया कुमार इस टीम को लीड करेंगे. क्योंकि वो स्थानीय हैं. जिग्नेश और हार्दिक गुजराती नेता हैं. तीनों नेता तीन-तीन दिन तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार करेंगे. बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि 23, 24 और 25 अक्टूबर को कन्हैया, जिग्नेश और हार्दिक पटेल तारापुर में चुनाव प्रचार करेंगे. इसके बाद 26 ,27 और 28 अक्टूबर को कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में तीनों नेता कैंप करेंगे.