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02-Feb-2021 05:10 PM
DESK: अपनी IQ के बदौलत 5वीं कक्षा में पढ़ने वाला लिवजोत अब 10वीं की परीक्षा देगा। 11 साल 4 महीने की उम्र का लिवजोत छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल में 10वीं की परीक्षा में बैठेगा। 15 अक्टूबर 2020 को लिवजोत के पिता गुरविंदर ने माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष और सचिव को आवेदन दी थी जिसके बाद उनके बेटे को दसवीं की परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई।
लिवजोत के पिता गुरविंदर ने जो आवेदन दिया उसमें उनका कहना था कि उनके बेटे का IQ 16 साल के बच्चे जैसा है। इसलिए उसे 10वीं परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए। छतीसगढ़ में ऐसा प्रावधान है कि किसी छात्र के IQ की जांच के बाद उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाती है। इसे लेकर शासकीय जिला अस्पताल दुर्ग में उसका IQ टेस्ट करवाया गया और यह रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा मंडल के समक्ष रखी गई। रिपोर्ट देखने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल ने लिवजोत को 2020-21 की 10वीं की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी।
10वीं की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति मिलने के बाद जब लिवजोत से बात की गई तो उसने बताया कि अब तो वह 10वीं की पढ़ाई भी शुरू कर दी है। आगे चलकर वो एक वैज्ञानिक बनना चाहता है। गौरतलब है कि इससे पहले मणिपुर में 12 वर्ष के बच्चे को 10वीं परीक्षा में बैठने का अवसर मिला था तो वही बिहार में भी 9 साल के बच्चे को यह मौका मिल चुका है।