ब्रेकिंग न्यूज़

मुजफ्फरपुर में चौंकाने वाला मामला: ससुर की हत्या में बहू का बड़ा खुलासा, एसएसपी से प्रेमी और खुद की गिरफ्तारी की मांग वाल्मीकिनगर में बड़ा हादसा, अनियंत्रित ऑटो ने ट्रॉली में मारी जोरदार टक्कर, 4 की दर्दनाक मौत सरकारी दफ्तर में दिव्य प्रकाश को देखकर कर्मियों में मचा हड़कंप, डर के कारण पढ़ रहे गायत्री मंत्र, ऑफिस छोड़ दूसरे जगह कर रहे काम Rohtas News: जंगल में लकड़ी काटने से रोका तो कर दी पिटाई, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल Siwan news; बालिका गृह से 13 लड़कियां फरार, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप गोल इंस्टीट्यूट के सफल छात्रों ने साझा किए अपने अनुभव, कार्यक्रम में उत्साह का माहौल गोल इंस्टीट्यूट के सफल छात्रों ने साझा किए अपने अनुभव, कार्यक्रम में उत्साह का माहौल Allahabad judge :जज के घर मिली नोटों की गड्डी, राज्यसभा में गूंजा मामला Bihar Land Survey: बिहार के इस जिले में जमीन की कीमत का सर्वे शुरू, MVR में बढ़ोतरी की संभावना Currupt IAS ; 5% कमीशन न मिलने पर रोकी फाइल, IAS की खुली पोल, हो गए सस्पेंड!

5वीं का छात्र लिवजोत अब दसवीं की परीक्षा देगा, IQ TEST के बाद मिली परीक्षा में बैठने की अनुमति

5वीं का छात्र लिवजोत अब दसवीं की परीक्षा देगा, IQ TEST के बाद मिली परीक्षा में बैठने की अनुमति

02-Feb-2021 05:10 PM


DESK: अपनी IQ के बदौलत 5वीं कक्षा में पढ़ने वाला लिवजोत अब 10वीं की परीक्षा देगा। 11 साल 4 महीने की उम्र का  लिवजोत छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल में 10वीं की परीक्षा में बैठेगा। 15 अक्टूबर 2020 को लिवजोत के पिता गुरविंदर ने माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष और सचिव को आवेदन दी थी जिसके बाद उनके बेटे को दसवीं की परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई। 

लिवजोत के पिता गुरविंदर ने जो आवेदन दिया उसमें उनका कहना था कि उनके बेटे का IQ  16 साल के बच्चे जैसा है। इसलिए उसे 10वीं परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए। छतीसगढ़ में ऐसा प्रावधान है कि किसी छात्र के IQ की जांच के बाद उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाती है। इसे लेकर शासकीय जिला अस्पताल दुर्ग में उसका IQ टेस्ट करवाया गया और यह रिपोर्ट माध्यमिक शिक्षा मंडल के समक्ष रखी गई। रिपोर्ट देखने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल ने लिवजोत को 2020-21 की 10वीं की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी।

10वीं की परीक्षा में शामिल होने की अनुमति मिलने के बाद जब लिवजोत से बात की गई तो उसने बताया कि अब तो वह 10वीं की पढ़ाई भी शुरू कर दी है। आगे चलकर वो एक वैज्ञानिक बनना चाहता है। गौरतलब है कि इससे पहले मणिपुर में 12 वर्ष के बच्चे को 10वीं परीक्षा में बैठने का अवसर मिला था तो वही बिहार में भी 9 साल के बच्चे को यह मौका मिल चुका है।