जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल का आज दूसरा दिन, मेडिकल सेवा बुरी तरह प्रभावित

जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल का आज दूसरा दिन, मेडिकल सेवा बुरी तरह प्रभावित

PATNA : स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर बुधवार से कामकाज ठप करने वाले जूनियर डॉक्टर से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आज दूसरा दिन है. जूनियर डॉक्टर्स सरकार से स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग कर रहे हैं और इसी के लिए उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू किया है. जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण बिहार में स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह से प्रभावित हुई है. सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में मरीज परेशान हैं और पीएमसीएच समेत राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ऑपरेशन टालने पड़े हैं.


जूनियर डॉक्टर्स के साथ हुई पहले दौर की बातचीत बेनतीजा रही है. दरअसल साल 2017 में सरकार की तरफ से यह आदेश जारी किया गया था कि हर 3 साल पर जूनियर डॉक्टरों और इंटर के स्टाइपेंड में इंक्रीमेंट किया जाएगा, लेकिन जूनियर डॉक्टरों की स्टाइपेंड में वृद्धि नहीं की गई. अब जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे. जूनियर डॉक्टरों  ने साफ तौर पर कहा है कि मौखिक आश्वासन पर हड़ताल खत्म नहीं होगी. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का कहना है कि कोरोना के मरीजों के इलाज में जिनकी ड्यूटी लगी है, वह काम कर रहे हैं. जेडीए के अध्यक्ष डॉक्टर हरेंद्र कुमार और सचिव डॉक्टर ने इसकी पुष्टि की है.


उधर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से लगातार मरीज हलकान है. सीनियर डॉक्टरों ने इलाज के लिए मोर्चा तो संभाला है लेकिन बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की लिमिट बन चुके जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. ओपीडी में मरीजों और उनके परिजनों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. पीएमसीएच में हड़ताल की वजह से लगभग 20 ऑपरेशन टालने पड़े हैं, हालांकि अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि 10 ऑपरेशन किए गए. उधर जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल पर स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा है कि वह आज इस मामले में पूरी जानकारी लेंगे.