पंचायत चुनाव हार गई CM नीतीश की उम्मीदवार, JDU के टिकट पर विधानसभा भी बुरी तरह हारी थी शगुफ्ता, इलाके में पति-पत्नी का है दबदबा

पंचायत चुनाव हार गई CM नीतीश की उम्मीदवार, JDU के टिकट पर विधानसभा भी बुरी तरह हारी थी शगुफ्ता, इलाके में पति-पत्नी का है दबदबा

PATNA : बिहार में पंचायत चुनाव के पांचवें चरण की काउंटिंग मंगलवार की सुबह आठ बजे से हो हो रही है. मतगणना शुरू होने के साथ मुखिया, पंचायत समिति सदस्‍य,सरपंच, जिला परिषद सदस्‍य,वार्ड सदस्‍य और पंच ही रिजल्ट भी सामने आने लगे हैं. इस वक्त एक बड़ी खबर अररिया जिले से सामने आ रही है. गोपालगंज में सीएम नीतीश की पार्टी के बाहुबली विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ़ पप्पू पांडेय को बड़ा झटका लगने के बाद जेडीयू समर्थकों के लिए अररिया से भी बुरी खबर है. विधानसभा चुनाव में अररिया सीट से लड़ने वाली जेडीयू उम्मीदवार शगुफ्ता अजीम उर्फ बेबी शबनम जिला परिषद सदस्य का चुनाव बुरी तरह हार गई हैं.


अररिया जिले में पंचायत चुनाव के पांचवें चरण की काउंटिंग चल रही है. अररिया के जिला के निर्वाचन क्षेत्र संख्या 18 का रिजल्ट आ गया है. जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ रही सीएम नीतीश की पार्टी की प्रदेश महासचिव शगुफ्ता अजीम उर्फ बेबी शबनम चुनाव बुरी तरह हार गई हैं. इस सीट से सबा परवीन विजेता बनी हैं. इन्होंने विधानसभा चुनाव में अररिया सीट से लड़ने वाली जेडीयू की उम्मीदवार शगुफ्ता अजीम को 4538 वोटों के भारी अंतर से हराया है. महिला आरक्षित इस सीट से कुल 11 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थीं. अन्य प्रत्याशियों को भी अच्छा ख़ासा वोट मिला है. शगुफ्ता को कुल 9655 वोट मिले हैं जबकि सबा परवीन  को 14193 वोट हासिल हुए हैं.



आपको बता दें कि 43 वर्षीय शगुफ्ता अजीम उर्फ बेबी शबनम काफी पढ़ी लिखी उम्मीदवार थीं. इन्होंने परि स्नातक किया है. ये दो बार जिला परिषद अध्यक्ष रह चुकी हैं. शगुफ्ता जिला परिषद की पूर्व चेयरमैन भी रही हैं. विधानसभा चुनाव हारने के बाद शगुफ्ता का राजनीतिक साख दांव पर लगा था. लेकिन इसबार भी चुनावी मैदान में उन्हें हार का स्वाद चखना पड़ा है. शगुफ्ता के ससुर सिकटी विधानसभा से 1977 में विधायक बने थे. इनके पति आफताब अजीम उर्फ़ पप्पू जिला परिषद अध्यक्ष हैं. लेकिन चुनावी मुकाबला में दोनों भरपूर मेहनत कर रहे थे लेकिन इनकी मेहनत सफल नहीं हो पाई. 



गौरतलब हो कि हाल ही में जदयू ने 41 संगठन जिलों के लिए दो-दो प्रभारी का नाम तय किया था. इस लिस्ट में शगुफ्ता अजीम का भी नाम शामिल था. जेडीयू में प्रदेश महासचिव की जिम्मेदारी संभाल रही शगुफ्ता अजीम को सुपौल जिले का प्रभारी भी बनाया गया है. शगुफ्ता मूलचंद गोलछा के साथ संयुक्त रूप से इस दायित्व को संभाल रही हैं.


पिछले साल बिहार विधानसभा चुनाव में भी जनता दल यूनाइटेड ने शगुफ्ता अजीम उर्फ बेबी शबनम पर भरोसा जताते हुए टिकट दिया था. लेकिन इन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार अब्दुर रहमान ने बुरी तरह शिकस्त दी थी. पूर्व विधायक जियाउर रहमान हाजी के पोते अब्दुर रहमान ने शगुफ्ता को 47 हजार 936 वोटों के भारी अंतर से विधानसभा चुनाव में हराया था.


आपको बता दें कि 2015 के चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी अब्दुर रहमान ने लोक जनशक्ति पार्टी के कैंडिडेट अजय कुमार झा को काफी बड़े अंतर से हराया था. उस चुनाव में अब्दुर रहमान को कुल 92667 वोट मिले थे, जबकि अजय कुमार झा 52623 वोट ही बटोर पाए थे. तीसरे नंबर पर सीपीआई के डॉक्टर कैप्टन एस. आर. झा थे, जिनके नाम का बटन 5898 लोगों ने दबाया था. साल 2020 के विधानसभा चुनाव में शगुफ्ता अजीम अररिया सीट से चुनाव लड़ने वाली इकलौती महिला उम्मीदवार थी. तब यहां से 13 कैंडिडेट चुनावी मैदान में थे.