‘झोपड़ी का बादशाह बने रहना मंजूर लेकिन आपके महल का नौकर नहीं बनूंगा’ सहनी ने BJP को दिखाया आईना

‘झोपड़ी का बादशाह बने रहना मंजूर लेकिन आपके महल का नौकर नहीं बनूंगा’ सहनी ने BJP को दिखाया आईना

NAWADA: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी अपनी 100 दिवसीय निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में गुरुवार को बिहार के नवादा पहुंचे। शुक्रवार को सहनी की यात्रा की शुरुआत खराट मोड़ से शुरू हुई।


यहां एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने कहा कि भाजपा अपनी गलती स्वीकार करते हुए उन्हें 2025 के लिए सीएम का उम्मीदवार बनाने को तैयार है। उन्होंने साफ लहजे में भाजपा को संदेश दे दिया कि उन्हें अपनी झोपड़ी का बादशाह बने रहना मंजूर है लेकिन बीजेपी के महल का नौकर नहीं बनूंगा। उन्होंने लोगों में उत्साह भरते हुए कहा कि उन्हें कुछ नहीं बस निषादों के लिए आरक्षण चाहिए, जिससे निषादों के बच्चों के चेहरे पर खुशी आ सके। 


उन्होंने लोगों से सवाल किया कि वे ही बताएं कि जब दिल्ली और पश्चिम बंगाल में निषादों को आरक्षण मिल सकता है तो बिहार, यूपी और झारखंड में क्यों नहीं मिल सकता। इस दौरान सहनी ने लोगों के हाथ में गंगाजल देकर पार्टी वीआईपी को साथ देने और निषादों को आरक्षण दिलाने के लिए संकल्प करवाया।  


इसके बाद यह यात्रा सद्भावना चौक पहुंची जहां एक बड़ी जनसभा आयोजित की गई। यहां मुकेश सहनी ने केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि निषादों का वोट बैंक 15 प्रतिशत है। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि अब निषाद 1990 वाले नहीं 2023 वाले हैं जो अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने के लिए संकल्प ले चुके हैं। 


'सन ऑफ मल्लाह' के रूप चर्चित सहनी ने कहा कि आज हमारे पास वोट की ताकत है। लोकतंत्र में वही राजा बनेगा जिसके पास वोट है। उन्होंने कहा कि बिहार, यूपी और झारखंड में जो हमारी सुनेगा उसे 70 सीटों पर जीत मिलेगी और जो नहीं सुनेगा उसे हम 70 सीटों पर हराने का काम करेंगे। इसके बाद यह यात्रा मझवे मोड़ पहुंची, जहां सहनी ने कहा कि अपने अधिकार के लिए हमें संघर्ष करना पड़ेगा।