PATNA : झारखंड विधानसभा में इसबार अनोखा नजारा देखने को मिलेगा. राजनीति में परिवारवाद को मुद्दा बनाकर एक-दूसरे पर निशाना साधने वाले पार्टियों के नेता खुद परिवार के सदस्यों के साथ विधानसभा में बैठेंगे. इसबार झारखंड विधानसभा के अंदर काफी दिलचस्प नजारा देखने को मिलेगा. क्योंकि सदन में विधानसभा पहुंचे विधायकों में देवर-भाभी, ससुर-दामाद के साथ-साथ समधियों की जोड़ी नजर आएगी.
झारखंड चुनाव में इसबार जनता ने महागठबंधन को मौका दिया है. झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन ने एक बड़ी जीत हासिल की है. हेमंत सोरेन रविवार को 11वें सीएम के तौर पर सपथ लेने जा रहे हैं. लेकिन इसबार चुनाव में कई ऐसे विधायक भी चुनकर आये हैं. जिनके ऊपर परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है.
देवर-भाभी की जोड़ी
हेमंत सोरेन दुमका और बरहेट से निर्वाचित हुए हैं. शिबू सोरेन की विरासत को संभाल रहीं दुर्गा सोरेन की विधवा सीता सोरेन भी तीसरी बार संथाल परगना की जामा सीट से जेएमएम के टिकट पर विधायक बनी हैं. इस तरह से देवर-भाभी की जोड़ी विधानसभा में सत्तापक्ष में बैठेगी. बता दें 2014 और 2009 में भी यह जोड़ी विधानसभा की शोभा बढ़ा चुकी है.
पक्ष और विपक्ष में ससुर-दामाद की जोड़ी
झारखंड में इसबार पक्ष और विपक्ष का मुकाबला भी रोचक होगा. सत्ताधारी पार्टी के टुंडी से विधायक मथुरा महतो के सामने अपने दामाद मांडू से बीजेपी विधायक जयप्रकाश भाई पटेल होंगे. बता दें कि इनके पिता टेकलाल महतो झामुमो के संस्थापक सदस्यों में से थे और उसी सीट पर पांच बार विधायक बने. ससुर और दामाद की यह जोड़ी जेएमएम की पूर्व की सरकारों में मंत्री और साथ में विधायक भी रह चुकी है.
एकसाथ दो समधी भी दिखेंगे
इसबार के विधानसभा में दो समधियों की जोड़ी भी देखने को मिलेगी. हुसैनाबाद से एनसीपी के नवनिर्वाचित विधायक कमलेश कुमार सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता औ बेरमो से चुने गए विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के साथ सदन में साथ दिखेंगे. एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष और विधायक कमलेश कुमार सिंह की बेटी राजेंद्र प्रसाद सिंह की बहू हैं. बता दें कि इससे पहले भी समधियों की यह जोड़ी झारखंड सरकार में मंत्री रह चुकी है.