ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराया तेज रफ्तार ट्रक, हादसे में ड्राइवर की दर्दनाक मौत Bigg Boss 19: बिग बॉस 19 में फराह खान की एंट्री से बढ़ा टेंशन, बसीर ने नेहल से तोड़ी दोस्ती Patna News: पटना में JDU-BJP दफ्तर के बाहर धारा 163 लागू, अब प्रदर्शन करने वालों की खैर नहीं Patna News: पटना में JDU-BJP दफ्तर के बाहर धारा 163 लागू, अब प्रदर्शन करने वालों की खैर नहीं Bihar News: बिहार सरकार की बड़ी कार्रवाई, 12 अधिकारियों को किया सस्पेंड; क्या है वजह? Bihar News: बिहार सरकार की बड़ी कार्रवाई, 12 अधिकारियों को किया सस्पेंड; क्या है वजह? Road Accident: BPSC परीक्षा देकर लौट रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, एक गंभीर रूप से घायल Bihar Crime News: पत्नी से अनबन के बाद युवक की हत्या, बदमाशों ने गोलियों से भूना

झारखंड सरकार गिराने की साजिश: तीनों आरोपियों को मिली जमानत, तीन महीने बाद भी चार्टशीट दाखिल नहीं कर पाई पुलिस

1st Bihar Published by: Updated Sat, 23 Oct 2021 07:19:50 PM IST

झारखंड सरकार गिराने की साजिश: तीनों आरोपियों को मिली जमानत, तीन महीने बाद भी चार्टशीट दाखिल नहीं कर पाई पुलिस

- फ़ोटो

RANCHI : झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार गिराने की साजिश करने के आरोपियों को एसीबी की स्पेशल कोर्ट ने शनिवार को जमानत दे दी. एसीबी की कोर्ट में रांची पुलिस ने सही समय पर चार्टशीट दाखिल नहीं किया. तीन महीने बाद भी चार्टशीट दाखिल दाखिल नहीं करने की वजह से साजिशकर्ताओं को कोर्ट से राहत मिल गई.


24 जुलाई से निवारण महतो, अभिषेक दुबे और सुनील कुमार सिंह पुलिस हिरासत में था. तीनों को पुलिस ने रांची के एक बड़े होटल से गिरफ्तार किया था. 22 जुलाई को बेरमो से कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने सरकार गिराने की साजिश को लेकर एफआईआर किया था. इसके बाद स्पेशल ब्रांच ने अपनी सक्रियता बढ़ाई और सरकार गिराने की साजिश में लगे तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया.


वही 12 अक्टूबर को घाटशिला से जेएमएम विधायक रामदास सोरेन ने पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल के खिलाफ सरकार गिराने की साजिश को लेकर एफआईआर कराया है. अभी तक पूरे मामले में सिर्फ एफआईआर ही हो रहा है. कार्रवाई और सबूत के मामले में स्पेशल ब्रांच के हाथ खाली नजर आ रहा है. स्थिति ये है कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ चार्टशीट तक दाखिल नहीं कर पा रही है. सरकार गिराने की साजिश को लेकर एफआईआर की खबरें सिर्फ सूर्खिया बटोर रही हैं.