RANCHI: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन लॉकडाउन के दौरान लोगों से घरों में रहने की अपील कर रहे हैं. लेकिन उनके ही अपील और लॉकडाउन की धज्जियां उनके कैबिनेट के मंत्री उड़ा रहे हैं. यही नहीं मंत्री ने अधिकारी को लॉकडाउन में 11 बसों को चलाने की अनुमति भी दे दी. अब सवाल उठ रहा है कि क्या झारखंड में सीएम बड़ा है या मंत्री.
अधिकारी पर शोकॉज नोटिस
सीएम हेमंत सोरेन को जैसे ही यह जानकारी हुई तुरंत उन्होंने मुख्य सचिव को बुलाया. इसके बाद सीएम के आदेश के बाद मुख्य सचिव ने रांची डीसी महिमापत रे को शोकॉज नोटिस जारी कराया. इसमें पूछा गया कि किस परिस्थिति में लॉकडाउन में बसों के परिचालन की अनुमति दी गई है. जबकि लॉकडाउन में जो जहां है वहीं रहने का राज्य सरकार ने आदेश दे रखा है.
सफाई में मंत्री बोले मानवीयता भी कोई चीज है
इसके बारे में कांग्रेस विधायक और सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने लॉकडाउन तोड़ने पर सफाई दी और कहा कि लॉकडाउन के आदेश का कोई उल्लंघन नहीं किया गया है. मानवीयता की कोई चीज है. विशेष परिस्थिति में रविवार को दिन के एक बजे के करीब बसों को जाने का पास दिया गया. इन बसों से मजदूरों को भेजा गया है. इन मजदूरों को ठेकेदारों ने छोड़ दिया था. अब जाकर यह मामला सामने आया है. जिसके बाद विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है.