DESK: आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के झारखंड, बिहार सहित 20 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। अवैध खनन मामले में यह कार्रवाई की गयी है। गोड्डा के सांसद डा. निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर पूरे मामले की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट में आरोप लगाया है कि झारखंड सरकार यानि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के नाक की बाल पूजा सिंघल जी,जिन्होंने मुख्यमंत्री,भाई,गुर्गों व दलालों को कौड़ी के भाव खान आवंटित किया ,आख़िर उनके यहाँ ED का छापा 20 जगह पर चल रहा है, यह छापा राँची,दिल्ली,राजस्थान,मुम्बई में जारी है।
ED की छापेमारी के दौरान 17 करोड़ कैश जब्त किए गये। दिल्ली में एक चार्टेड अकाउंटेंट के आवास से यह कैश बरामद हुआ है। रांची में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के सरकारी आवास और उनके पति के आवास सहित, व्यवसायिक कई जगहों पर ईडी की रेड जारी है। IAS पूजा सिंघल के ससुर कामेश्वर झा को ईडी ने गिरफ्तार किया है। मधुबनी स्थित आवास से पूजा सिंघल के ससुर को गिरफ्तार किया गया है। अवैध सम्पति मामले में यह कार्रवाई की गयी है। कई राज्यों में अभी भी छापेमारी चल रही है। झारखंड की आईएएस पूजा सिंघल के सीए के घर से भारी मात्रा में कैश बरामद किया गया है। नोट को गिनने के लिए मशीनें भी मंगवाई गयी।
रांची में कांके रोड के चांदनी चौक स्थित पंचवटी रेजिडेंसी के ब्लाक नंबर 9, लालपुर के हरिओम टावर स्थित नई बिल्डिंग, बरियातू के पल्स अस्पताल में छापेमारी की जानकारी मिल रही है। मनरेगा फंड में गड़बड़ी के मामले में कार्रवाई की जा रही है। आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के सरकारी आवास पर भी छापेमारी की गयी। वही पूजा सिंघल के मुजफ्फरपुर स्थित मिठनपुरा ठिकाने भी पर ईडी की छापेमारी चल रही है। यह मकान पूजा सिंघल के ससुर कामेश्वर झा का है। वे भी बिहार सरकार में पदाधिकारी थे। उनके पुत्र अभिषेक झा से पूजा सिंघल ने दूसरी शादी की है।
पूजा सिंघल के पति अभिषेक के आवास पर भी ईडी ने छापेमारी की है। बता दें कि आइएएस अधिकारी राहुल पुरवार से तलाक के बाद पूजा सिंघल ने अभिषेक से शादी की थी। अभिषेक के रांची में रातू रोड स्थित एक ठिकाने पर ईडी के अधिकारी जांच कर रहे है। ईडी ने छापेमारी में उनके घर से दस्तावेज जब्त किए हैं।
ईडी ने शपथ पत्र के माध्यम से कोर्ट को बताया था कि झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा में 18.06 करोड़ रुपये के घोटाले के वक्त वहां की उपायुक्त पूजा सिंघल थी। इस मामले में वहां के कनीय अभियंता राम विनोद प्रसाद सिन्हा गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे, जिन्होंने ईडी को दिए अपने बयान में यह स्वीकार किया था कि कमीशन की राशि उपायुक्त कार्यालय तक पहुंचती थी।
ईडी ने चतरा और पलामू के भी दोनों मामलों की चल रही जांच की जानकारी अपने शपथ पत्र के माध्यम से हाई कोर्ट को दी थी। शपथ पत्र में बताया था कि पूजा सिंघल चतरा जिले में अगस्त 2007 से जून 2008 तक उपायुक्त के पद पर तैनात थीं। आरोप है कि उन्होंने दो एनजीओ को मनरेगा के तहत छह करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया था। इन दोनों एनजीओ में वेलफेयर पाइंट और प्रेरणा निकेतन शामिल है।
उक्त राशि मूसली की खेती के लिए आवंटित की गई थी। जबकि इस तरह का कोई कार्य वहां नहीं हुआ था, जिसकी जांच अभी जारी है।इसके अलावा पलामू जिला में उपायुक्त रहते हुए पूजा सिंघल पर यह आरोप है कि उन्होंने करीब 83 एकड़ जंगल भूमि को निजी कंपनी को खनन के लिए ट्रांसफर किया था। यह कठौतिया कोल माइंस से जुड़ा मामला है।