RANCHI: ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में फंसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को अहम बैठक बुलाई है। सुबह साढ़े ग्यारह बजे से जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों की महत्वपूर्ण बैठक सीएम आवास में होगी। इस बैठक में माइनिंग लीज मामले में सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग की ओर से आने वाले फैसले के हर पहलू पर चर्चा होगी। अगर कोर्ट का फैसला हेमंत सोरेन के खिलाफ आता है तो सरकार के नये मुखिया और यूपीए की सरकार को आगे कैसे चलाया जाए उस रणनीति पर चर्चा होगी।
सीएम की कुर्सी पर संकट क्यों
दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पद पर रहते हुए अपने नाम पर माइनिंग लीज आवंटित करवाई थी। हेमंत ने माइंस मिनिस्टर रहते हुए एक स्टोन Quarry माइंस अपने नाम पर आवंटित करवा ली थी। इसकी शिकायत बीजेपी ने राज्यपाल से भी की थी। इस मामले में निर्वाचन आयोग की सुनवाई पूरी हो चुकी है। वही दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले को लेकर जनहित याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। इस मामले पर फैसला किसी भी दिन आ सकता है। संभावित फैसले को लेकर झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज हो गया है। अगर कोर्ट का फैसला सीएम के पक्ष में नहीं आया तो उनकी सदस्यता पर खतरा हो सकता है। इन्ही संभावनाओं को देखते हुए सीएम ने बैठक बुलाई है।
सरकार के भविष्य को लेकर संशय
जेएमएम का आरोप है कि मुख्य विपक्षी दल सरकार को अस्थित करने की साजिश कर रही है। राज्य में सरकार गिराने की दो बार साजिश हो चुकी है। इसको लेकर एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है। कांग्रेस के तीन विधायकों को कोलकाता में रूपये का साथ पकड़ा गया तो उसको भी सरकार गिराने की साजिश से जोड़कर जेएमएम और कांग्रेस ने दिखाया। हालांकि सरकार पर संभावित खतरे के बाद अब कांग्रेस उन तीन विधायकों को अपने साथ ही जोड़ रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि इरफान अंसारी समेत कांग्रेस के तीन निलंबित विधायक भी उनके ही है इसलिए सरकार पर किसी तरह का कोई संकट नहीं है। कांग्रेस ने अपने विधायकों को अगले कुछ दिनों तक रांची से बाहर जाने पर रोक लगा रखा है।
यूपीए सरकार के साथ कितने विधायक
राज्य में कांग्रेस के पास फिलहाल 18 विधायक है जिनमें तीन अभी बंगाल में है, कोर्ट ने उन्हे जमानत तो दी है लेकिन अगले तीन महीने बंगाल में ही रहने का निर्देश भी दिया है। इसके अलावा जेएमएम के पास 30 विधायक है, आरजेडी के पास एक विधायक, सीपीआईएमएल के पास एक, एनसीपी के पास एक विधायक है , निर्दलीय सरयू राय का भी सरकार को समर्थन है। सरकार को 81 में से 52 विधायकों का समर्थन है। वही सरकार के विपक्ष में कुल 29 विधायक है, जिनमें बीजेपी के 26 विधायक है जिनमें एक बीमार है, वही आजसू के पास दो विधायक है, निर्दलीय अमित मंडल भी विपक्षी खेमे के साथ है।