झारखंड के कई जिले चेचक के चपेट में, 20 दिन में मिले 200 केस, जानें इसके लक्षण और रोकथाम के उपाय

झारखंड के कई जिले चेचक के चपेट में, 20 दिन में मिले 200 केस, जानें इसके लक्षण और रोकथाम के उपाय

JHARKHAND: झारखंड के धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ गांव में भी चिकन पॉक्स फैल गया है. इस गांव के लोग इस बीमारी से घिरे हुए है. चिकन पॉक्स फैलने की सूचना मंगलवार शाम को सर्विलांस विभाग को मिली. जिसके बाद अब बुधवार सुबह सर्विलांस विभाग की टीम गांव जाकर आक्रांतों का इलाज करेगी और उनका सैंपल लेगी.


बता दें बीते 20 दिनों में जिले के अलग-अलग जगहों पर चिकन पॉक्स से 200 लोग आक्रांत हुए हैं. इसको लेकर डॉक्टर का कहना है कि इस मौसम में चिकन पॉक्स तेजी से फैलता है. इस स्थिति में लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है. 


जिला सर्विलांस विभाग के मुताबिक, अबतक चिकन पॉक्स के जितने भी मामले आए हैं, उनमें आक्रांतों की उम्र पांच से लेकर 30 साल तक है. अंधविश्वास में लोग झाड़-फूंक के चक्कर में इलाज में देर करते हैं. जिस वजह से कई बार समय पर इलाज नहीं होने से यह घातक साबित होता है. 


चिकन पॉक्स के लक्षण

इस बीमारी में पूरे शरीर में फफोले पड़ जाते हैं. मरीज को बुखार उल्टी, कमजोरी होती है.आक्रांत के शरीर में तेज दर्द होता है. लाल दाने भी निकल आते हैं, जिसमें पानी भर जाता है. बुखार, सर्दी-जुकाम व सुस्ती रहती है।पटमदा, एमजीएम थाना अंतर्गत बाराबांकी, सोनारी (शहरी क्षेत्र) सहित अन्य इलाके में भी चिकन पॉक्स से 50 से अधिक लोग आक्रांत पाए गए थे। वहीं, पटमदा के एक स्कूल में 15 से अधिक बच्चे संक्रमित मिले थे.


इस समय मरीजों को खुद को घर में आइसोलेट कर लेना चाहिए, ताकि दूसरे में संक्रमण न फैले.