PATNA : बिहार के तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव को लेकर सूबे की सियासत गर्म है. राजद और कांग्रेस के बीच तनातनी जारी है. इसी बीच जेडीयू भी कोई मौक़ा नहीं छोड़ना चाहती. जब से आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास को भकचोन्हर बताया है तब से जेडीयू भी लगातार मजे ले रही है. जदयू के प्रवक्ता ने राजद और कांग्रेस के बीच जारी जंग को लेकर एक बार फिर से चुटकी ली है और कहा है कि कांग्रेस पार्टी को भकचोन्हर कहें या छुटभैया, कांग्रेस तो आरजेडी की पिछलग्गू है.
जेडीयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि "लालू प्रसाद यादव आज भी कह रहे हैं कि हम नेशनल लेवल पर कांग्रेस को मानते हैं. ये अलग बात है कि प्रदेश लेवल पर वो कांग्रेस पार्टी को जानते तक नहीं हैं. ये स्पष्ट करता है कि मैच फिक्स है. उपचुनाव में इन लोगों ने मैच फिक्स कर रखा है. सभी जानते हैं कि कांग्रेस मतलब गांधी परिवार, अगर आप राष्ट्रीय स्तर पर सोनिया गांधी को मानते हैं तो फिर कुछ बचता कहां है. इसलिए स्पष्ट है कि ये मैच फिक्स है. जेडीयू यह शुरू से कहते आ रही है. इसके अलावा कांग्रेस के पास और विकल्प क्या है. चाहें आप कांग्रेस को भकचोन्हर कहें या छुटभैया कहें. कांग्रेस की स्थिति तो ऐसी है कि वह आरजेडी की पिछलग्गू बनकर ही रह गई है."
दरअसल दिल्ली से पटना पहुंचे राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपना पहला सार्वजनिक बयान दिया है. लालू ने बिहार कांग्रेस के नेताओं को छुटभैया करार देते हुए यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है. लालू यादव का मानना है कि कांग्रेस का रोल नेशनल लेवल पर ठीक है. लालू ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की मुख्य भूमिका होनी चाहिए. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या हमसे ज्यादा किसी ने कांग्रेस की मदद की है? वो एक पुरानी पार्टी है. एक अखिल भारतीय पार्टी है. हम भी उन्हें ऐसा मानते हैं.
आपको बता दें कि लालू यादव कुशेश्वर स्थान और तारापुर में होने वाले उपचुनाव में रैली करने को लेकर लालू यादव ने कहा कि वह 27 अक्तूबर को दोनों विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे. लालू ने कहा है कि जनता के प्यार के कारण वे लंबे समय बाद बिहार आ सके हैं. लालू उपचुनाव की दोनों सीटों पर जीत का दावा पहले हीं कर चुके हैं.
इधर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बयान पर बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा है कि लालू यादव हो या फिर विपक्षी खेमे में शामिल अन्य राजनीतिक दल, उनकी मजबूरी कांग्रेस के साथ रहना है. कांग्रेसी राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व कर सकती है, यह बात सभी को मालूम है.
कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि "लालू ने आज फिर बयान दिया है. कांग्रेस पार्टी लालू से ये जानना चाहती है कि वो राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के साथ रहने की बात करते हैं और बिहार में कांग्रेसियों को गाली दे रहे हैं. इस तरह की राजनीति नहीं चलेगी. जो पार्टियां अपने आप को बीजेपी के खिलाफ कहती हैं, उन्हें राहुल गाँधी के नेतृत्व में काम करना ही होगा. भले ही ये उनकी राजनीतिक मज़बूरी ही क्यों न हो."
प्रेमचंद्र मिश्रा ने आगे कहा कि "कांग्रेस पार्टी ये जानना चाहती है कि क्या वजह है कि लालू जैसे नेता कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ रोज बयान देते हैं. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ कुछ भी नहीं बोलते हैं. कांग्रेस पार्टी ये जानना चाहती है कि आखिरकार इसकी वजह क्या है कि वे बीजेपी के खिलाफ क्यों कुछ भी नहीं बोलते हैं."