PATNA : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर जेडीयू ने भले ही डेडलाइन तय कर दी हो लेकिन जेडीयू के इस ऐलान से बीजेपी पर कोई खास फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा है। आरसीपी सिंह ने 3 दिनों के अंदर यूपी में बीजेपी से तालमेल हो जाने की उम्मीद जताई है। लेकिन बिहार बीजेपी के नेता इससे इत्तेफाक नहीं रख रहे हैं। प्रदेश से बीजेपी उपाध्यक्ष मिथिलेश कुमार तिवारी के मुताबिक बीजेपी एक राष्ट्रीय पार्टी है और वह अलग-अलग राज्यों में अपने मुताबिक गठबंधन करती है। जेडीयू के लड़ने वाला या ना लड़ने से भारतीय जनता पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता।
बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष के मुताबिक जनता दल यूनाइटेड ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी उम्मीदवार उतारे थे और बीजेपी के साथ उनका कोई गठबंधन नहीं था। उत्तर प्रदेश के संबंध में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को फैसला लेना है लेकिन सच यही है कि भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी है और गठबंधन को लेकर उसकी अपनी सोच है। मिथिलेश कुमार तिवारी ने कहा है कि हमने बिहार में बड़ा दिल दिखाते हुए नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनवाया अपने पास कम सीटें रखते हुए भारतीय जनता पार्टी में जनता दल यूनाईटेड को ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार लड़ाने का मौका दिया। अब बारी जेडीयू की है जेडीयू को उत्तर प्रदेश में बड़ा दिल दिखाना चाहिए। उन्हें इस बात पे करनी चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी यूपी में कैसे ज्यादा मजबूत दिखे।
मिथिलेश तिवारी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी अगर उत्तर प्रदेश में मजबूत होती है तो जेडीयू मजबूत होगा। योगी सरकार की वापसी के लिए जेडीयू को भी प्रयास करना चाहिए। बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा है कि अगर भारतीय जनता पार्टी कमजोर होती है तो जेडीयू भी निश्चित तौर पर कमजोर होगा। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता।