PATNA : जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह होम्योपैथिक के इलाज के माहिर माने जाते हैं। राजनीति में अलग तरीके से ट्रीटमेंट करना ललन सिंह की पहचान रही है। खुद ललन बाबू यह करने से नहीं भूलते कि वह होम्योपैथिक के इलाज से विरोधियों क्या मिजाज दुरुस्त कर देते हैं। लेकिन अब बारी पार्टी के अंदर संगठन में कमजोर साबित होने वाले नेताओं की है। दरअसल विधानसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन को लेकर ललन सिंह आज से दो दिनों की समीक्षा बैठक शुरू करने वाले हैं। पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आज यानी शनिवार और कल रविवार को दो दिन तक राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने समीक्षा बैठक बुलाई है।
बीते विधानसभा चुनाव में जेडीयू के सभी उम्मीदवारों को इस बैठक पर बुलाया गया है। इसमें पार्टी के मौजूदा विधायकों के साथ-साथ हारे हुए उम्मीदवार भी शामिल होंगे। बैठक में ललन सिंह विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की समीक्षा हर स्तर पर करेंगे। मसलन उम्मीदवारों की हार क्यों हुई? क्या उनकी तरफ से कोई कमी रह गई या पार्टी की नीतियों में कमी रही? क्या दूसरे फैक्टर की वजह से जेडीयू के उम्मीदवारों को हार का मुंह देखना पड़ा? इन तमाम सवालों का जवाब तलाशने की कोशिश ललन सिंह समीक्षा बैठक के दौरान करेंगे। आरसीपी सिंह के बाद पार्टी की कमान संभालने वाले ललन सिंह ने खुद ऐलान किया था कि वह जेडीयू को फिर से बिहार में नंबर वन की पार्टी बनाना चाहते हैं। जेडीयू के प्रदर्शन में सुधार हो इसके लिए बेहद जरूरी हो जाता है कि बीते विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के कारण को तलाशा जाए। ललन सिंह इसी प्रक्रिया के तहत समीक्षा बैठक करने वाले हैं।
आपको बता दें कि 9 सितंबर को भी ललन सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्षों को बुलाया गया था। बैठक के बाद जेडीयू ने बड़ा फैसला करते हुए ज्यादातर प्रकोष्ठ को भंग कर दिया था। साथ ही साथ विधानसभा और लोकसभा प्रभारियों की भी छुट्टी कर दी थी। संगठन में बदलाव करते हुए आरसीपी सिंह के करीबी नेताओं को भी साइड लाइन किया गया था। अब एक बार फिर यह माना जा रहा है कि हार की समीक्षा के बाद संगठन में ललन सिंह बड़े बदलाव कर सकते हैं। फिलहाल दो दिनों तक के वीडियो कार्यालय में समीक्षा का दौर चलेगा और नतीजा रविवार की शाम या उसके बाद ही सामने आ पाएगा।