उपेन्द्र कुशवाहा की दो टूक.. जातीय जनगणना पर तेजस्वी न करें राजनीति

उपेन्द्र कुशवाहा की दो टूक.. जातीय जनगणना पर तेजस्वी न करें राजनीति

PATNA : राज्य में जातीय जनगणना को लेकर वार पलटवार का दौर जारी है. बीजेपी ने साफ़ कह दिया है कि जातीय जनगणना उनका एजेंडा नहीं है. लेकिन राजद इस मुद्दे पर पूरी तरह नीतीश कुमार के साथ है. राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी और राजद प्रदेश अध्यक्ष नीतीश कुमार के लिए सॉफ्ट हैं और जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को राजद में शामिल होने का ऑफर भी दे रहे हैं. 


इन सब मुद्दों पर उपेन्द्र कुशवाहा ने भी अपनी बात रखी. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पर हमलावर हैं और आए दिन उन्हें घेरते हुए नजर आते हैं. सर्वदलीय बैठक को लेकर तेजस्वी यादव की ओर से की गई टिप्पणी पर पेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि एक बार बैठक करके ही बातें तय हईं हैं. उन्हें बैठक से इतनी दिक्कत थी तो प्रधानमंत्री से मिलने क्यों गए थे. उस वक्त कहते कि मुख्यमंत्री खुद सक्षम हैं वो अकेले जाएं. 


कुशवाहा ने कहा कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर सभी सहमत है. मुख्यमंत्री ने कह भी दिया है कि सर्वदलीय बैठक होगी. बैठक में निर्णय लेकर राज्य में जातीय जनगणना कराई जाएगी. ये मामला ऐसा है ही नहीं कि इस पर राजनीति हो. ये राज्य की जनता की हित से जुड़ा मामला है. अब अगर इसपर कोई राजनीति कर रहा है तो उस पर क्या कहा जा सकता है.


बता दें कि बिहार में जातीय जनगणना के मुद्दे पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का गुरुवार को बड़ा बयान सामने आया है. जगदानंद सिंह ने नीतीश कुमार को साथ में सरकार बनाने का इशारा दिया है. उन्होंने कहा कि जनगणना के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ राजद खड़ा रहेगा. 


जगदानंद ने कहा कि नीतीश के सहयोगी दल जनगणना पर अलग-अलग राय रख रहे हैं, जो मंत्री नीतीश की नीति का समर्थन नहीं करते हैं, उसे उन्हें हटा देना चाहिए. जनगणना के मुद्दे पर सरकार पर कोई असर पड़ता है तो राजद साथ खड़ा होगा, राजद हमेशा कहता है कि आपके साथ हम लोग हैं. वहीं जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने जगदानंद के बयान का समर्थन किया था.