JAMUI: जमुई सदर अस्पताल उस वक्त रणक्षेत्र में तब्दिल हो गया जब प्रसव कराने के लिए आयी एक महिला मरीज को बहला फुसलाकर आशा कर्मी प्राइवेट क्लिनिक में ले जा रही थी। तभी इस बात को लेकर दो आशा कर्मी आपस में ही भिड़ गयी। इस दौरान दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई। आशाकर्मियों के बीच हो रही मारपीट से अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गयी। इस दौरान दोनों के बीच जमकर लात घुसे चले और झोटा झोटी होने लगी।
आशा कर्मियों के बीच हो रही मारपीट को देख ड्यूटी पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड पहुंचा और आशा कर्मी के बीच हो रहे झगड़े को शांत कराया। अस्पताल परिसर में इस दौरान लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। अस्पताल के गार्ड की पहल पर दोनों को छुड़ाया गया। इस झगड़े में एक आशा कर्मी को चोट लगी है। जिसकी पहचान खैरा निवासी मनोरमा देवी के रूप में हुई है। दो आशा कर्मियों के बीच मारपीट का यह मामला शनिवार दोपहर की है।
झगड़े का कारण पूछे जाने पर आशा कर्मी मनोरमा देवी ने बताया कि एक महिला प्रसव के लिए आई थी। जिसे गायनी डिपार्टमेंट की लेडीज डॉक्टर के पास वह महिला को ले जा रही थी। तभी दूसरी आशा कर्मी हिना खातून, गजाला देवी और महेश तांती तीनों मिलकर मारपीट कर मरीज को निजी क्लीनिक ले जाने लगे। मनोरमा देवी ने बताया कि यह लोग दिन-रात सदर अस्पताल में डेरा जमाए रहते हैं। जमुई सदर अस्पताल कैम्पस में रहकर दलाली किया करते हैं। जो भी मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं उसे ये लोग बाहर लेकर चले जाते है और अस्पताल से बाहर प्राइवेट क्लिनिक में मरीज को भर्ती कराते है और कमीशन पाते है। दिन-रात ये लोग ऐसा कर हजारों रूपये कमाते है।
इस संबंध में सदर अस्पताल के सीएस डॉ.कुमार महेंद्र प्रताप से बात की गयी तो उन्होंने बताया की आशा कर्मियों के बीच हुई मारपीट की जानकारी उन्हें नहीं है। मीडिया के माध्यम से पता चला है कि अस्पताल परिसर में मारपीट की घटना हुई है। उन्होंने कहा कि जो लोग भी दोषी पाएं जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सीएस ने मीडिया से कहा कि यदि आपके पास घटना का कोई वीडियो है तो हॉस्पिटल मैनेजर रमेश जी को यह वीडियो दे दीजिए। हमलोग तुरंत इस पर कार्रवाई करेंगे। हॉस्पिटल का जो मामला होता है उसे देखने के लिए डिप्टी सुपरिटेंडेंट तैनात हैं उनकों इन सभी बातों को जानकारी दें। क्योंकि तर्क संगत बात वे ही बताएंगे।
सूत्रों की माने तो सदर अस्पताल में दलालों का जमावड़ा रहता है। यहां ये लोग अपना डेरा जमाए रहते हैं और यहां प्रसव कराने के लिए आने वाली मरीजों को बहला-फुसलाकर निजी क्लिनिक में पहुँचा देते हैं। जिसके एवज में उसे मोटी रकम प्राइवेट क्लीनिकों से मिलता है। जमुई सदर अस्पताल में आज आशा कर्मियों के बीच जो मारपीट हुई उसका कारण यही हैं।