जमुई: जमीन के लिए 70 साल के बुजुर्ग की हत्या, भतीजे ने ही ली चाचा की जान

जमुई: जमीन के लिए 70 साल के बुजुर्ग की हत्या, भतीजे ने ही ली चाचा की जान

JAMUI: बिहार में 20 अगस्त से जमीन के सर्वे का काम चल रहा है। बिहार में शुरू हुए जमीन सर्वे में पहले से ही विवाद बढ़ने की आशंका जतायी जा रही थी.अब वह सच साबित होती दिख रही है। यूं कहे कि जब से जमीन के सर्वेक्षण का काम जब से शुरू हुआ तब से आए दिन कोई ना कोई घटना सामने आ रही है। ताजा मामला जमुई का है जहां जमीन के लिए एक बुजुर्ग की गला रेतकर हत्या कर दी गयी है। परिजन सगे चचेरे भतीजे पर हत्या की आशंका जता रहे हैं। 


बताया जा रहा है कि जमीन के विवाद में वृद्ध की हत्या भतीजे ने कर दी है। घटना जमुई के सिकंदरा थाना क्षेत्र के मिर्जागंज गांव की है जहां दिनदहाड़े अपराधियों ने 80 वर्षीय बुजुर्ग प्रह्लाद यादव की गला रेतकर हत्या कर दी है। इस घटना से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि मृतक प्रहलाद यादव अपने घर से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित बाजार चाय पीने गए थे। चाय पीकर घर लौटने के दौरान पोस्ट ऑफिस के पास घात लगाए बैठे अपराधियों ने प्रहलाद यादव की गला रेतकर हत्या कर दी। हत्या का कारण जमीन विवाद बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है। 


बता दें कि बीते दिनों सीवान के गोपालपुर थाना इलाके में भी जमीन के लिए एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बदमाशों ने फोन कर युवक को चाय दुकान पर बुलाया और फिर उसके सिर में गोली दाग दी। मृतक की पहचान गोपालपुर निवासी तकी इमाम उर्फ लल्लू के रूप में हुई थी। करोड़ों की पुस्तैनी जमीन को लेकर लल्लू का विवाद चल रहा था। एक दिन पहले ही पुस्तैनी जमीन का असली दस्तावेज लल्लू के हाथ लगा था। इस बात की जानकारी आरोपियों को लग गई थी। धन्नू सेठ नाम का व्यक्ति करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने की फिराक में था। उसी जमीन को लेकर वारदात को अंजाम दिया गया है।


वही बिहार के जहानाबाद में भी जमीन सर्वे के लिए वंशावली बनवाने गांव आये व्यक्ति की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी थी। मृतक के परिवार के लोग कह रहे थे कि पहले ही धमकी मिली थी कि वंशावली सही से बनवाना, नहीं तो मार देंगे। घटना जहानाबाद के कल्पा थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव की थी जहां 55 साल के अशोक सिंह की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी थी। अशोक सिंह के परिजनों ने बताया था कि इससे पहले भी धमकी मिली थी। धर्मपुर गांव के मूल निवासी अशोक सिंह झारखंड के बोकारो में रहते थे. बिहार में जमीन सर्वे शुरू होने पर वंशावली बनाने के लिए गांव आए थे. गांव में उनकी लाश मिली।.अशोक सिंह के भाई का आरोप था कि उनकी हत्या कर दी गयी है. पट्टीदारों ने पहले ही ये धमकी दी थी कि वंशावली सही से बनवाना नहीं तो जान से मार देंगे। भाई के साथ वे भी गांव गए थे, लेकिन फिर बोकारो वापस लौट गए थे. रविवार को सूचना मिली कि उनके बड़े भाई की मौत हो गई है.