JAMUI: जमुई जिले के दो अलग-अलग जगहों पर चार लोग नदी में डूब गए। जिसमें दो व्यक्ति की मौत हो गई है। जमुई जिले के सोनो थाना क्षेत्र के बल्थर गांव स्थित नदी घाट में रविवार को नहाने के दौरान तीन युवक बालू उठाव से बने गड्ढे में डूब गये। किसी तरह दो युवक तो गड्ढे से निकल गये लेकिन तीसरा युवक गड्ढे में ही फंसा रह गया। जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से काफी देर के बाद उक्त युवक को गड्ढे से निकाला गया और आनन- फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान बलथर गांव निवासी अशोक कुमार दास के पुत्र कुंदन कुमार दास के रूप में हुई है। इस घटना से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
वहीं दूसरी घटना खैरा थाना क्षेत्र के बेला गांव की है जहां रविवार को घाट पर स्नान के दौरान नदी में डूबने से एक अधेड़ व्यक्ति की मौत हो गई। नहाने के दौरान पैर फिसलने से वह गहरे पानी में चला गया जिसके बाद डूबने से उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान बेला गांव निवासी 45 वर्षीय नरेश मांझी के रूप में हुई है। परिजनों ने बताया कि नरेश मांझी रविवार दोपहर के बाद नहाने के लिए बेला नदी घाट पर गया था। इस दौरान पैर फिसलने से उसकी मौत हो गई। इधर बलथर गांव के कुंदन कुमार दास अपने दो अन्य साथियों के साथ नहाने के लिए बलथर नदी घाट गए थे। इसी दौरान तीनों युवक गड्ढे में चले गये किसी तरह तो दो युवकों को गड्ढे से निकाला गया लेकिन कुंदन कुमार दास गड्ढे में ही फंस गया।
इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। घटनास्थल पर पुलिस पहुंची लेकिन नदी में घुसकर युवक को निकालना मुनासिब नहीं समझा। काफी देर के बाद ग्रामीण वहां पहुंचे तब ग्रामीणों ने काफी देर नदी में खोजबीन के बाद युवक को निकाला गया और उसे सदर अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के पिता ने पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनके पिता के मुताबिक अगर पुलिस चाहती तो उनका पुत्र बच सकता था लेकिन पुलिस ने खुद निकालने के बजाय बाहर से टीम मंगवाने की बात कही। इस घटना के बाद लोगों में काफी आक्रोश है। हालांकि दोनों व्यक्ति के पानी में डूबने से मौत का कारण नियम के विरुद्ध बालू उठाव से बने गड्ढे को लेकर हुआ है। दोनों मृतक के परिजनों ने नदी से बालू उठाव के कारण अधिक गड्ढा कर देने से होने की बात कह रहे हैं। लोगों में पुलिस और यहां के जनप्रतिनिधि के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है।