JAMSHEDPUR: जमशेदपुर के गोलमुरी स्थित पुलिस लाइन में उस वक्त हड़कंप मच गया जब महिला कॉन्स्टेबल और उसकी मां-बेटी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी। ट्रीपल मर्डर के बाद बदमाशों ने घर के गेट पर ताला लगा दिया और मौके से फरार हो गये। दो दिन तक जब महिला सिपाही ड्यूटी पर नहीं गयी तब उसकी खोजबीन शुरू की गयी। इस दौरान दो दिनों तक तीनों शव कमरे में बंद रहा। किसी को इस बात की भनक तक नहीं लगी कि तीनों की हत्या कर दी गयी है।
कमरे से दुर्गंध आने के बाद पड़ोसियों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब कमरे का ताला तोड़ा तो क्षत-विक्षत लाश को देख हैरान रह गयी। एक साथ तीन लाश के मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज आगे की कार्रवाई शुरू की। मृतका की पहचान 30 वर्षीय सिपाही सविता हेंब्रम, उनकी 70 वर्षीय मां लखिया मुर्मू और सविता हेंब्रम की बेटी गीता हेंब्रम के रूप में हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार ससुरालवालों से सविता का विवाद चल रहा था। पति कैलाश की मौत के बाद नौकरी के लिए जब सविता का नाम रखा गया तब उनकी सास ने इस बात का विरोध किया था। इस बात की जानकारी देते हुए सविता की बहन रानू मार्डी कहा कि जब सविता को पुलिस में नौकरी लगने वाली थी तब उसकी सास ने एसएसपी कार्यालय में यह लिखकर दे दिया था कि कैलाश की पत्नी सविता के बजाय उसके दूसरे बेटे यानी मृतक के छोटे भाई को नौकरी दी जाए।
बाद में सविता की सास का निधन हो गया। जिसके बाद सविता के देवर ने नौकरी पाने के लिए एड़ी चोटी एक कर दी। लेकिन उसे नौकरी मिलने में सफलता नहीं मिली। पति की मौत के बाद नौकरी पत्नी यानी सविता को दी गयी। उसकी तैनाती एसएसपी कार्यालय में हुई थी। सविता को नौकरी लगने के बाद देवर और जेठ दोनों नाराज चल रहे थे।
जमशेदपुर में इस सनसनीखेज मामले के सामने आने के बाद एसएसपी प्रभात कुमार भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। एसएसपी ने बताया कि महिला सिपाही पिछले दो दिनों से ड्यूटी पर नहीं आ रही थी। घर का दरवाजा बाहर से बंद था।
पड़ोसियों को लग रहा था कि तीनों कही बाहर गये हुए है। लेकिन कमरे से दुर्गंध आने के बाद पड़ोसियों ने जब इसकी जानकारी पुलिस को दी तब ट्रीपल मर्डर का मामला सामने आया।फिलहाल पुलिस घटना के सभी बिन्दुओं की जांच कर रही है। इस मामले के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।