RANCHI : चारा घोटाला से जुड़े डोरंडा कोषागार मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा मिली है. लालू यादव इस समय कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से घिरे हुए हैं. रिम्स के पेइंग वार्ड में वह इलाजरत हैं. जेल मैनुअल को लेकर लालू प्रसाद पर अब सख्ती की जा रही है. जांच के लिए जेल अधीक्षक खुद पेइंग वार्ड पहुंच गये.
दरअसल, प्रशासन की तरफ से भी रिम्स के पेइंग वार्ड का समय-समय पर औंचक निरीक्षण किया जाता है. इसी के मद्देनजर पेइंग वार्ड में शनिवार को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के जेल अधीक्षक हामिद अंसारी ने औचक निरीक्षण किया. वहां पहुंच कर उन्होंने जानकारी ली कि शनिवार को लालू यादव से कौन-कौन मिलने पहुंचे थे. पिछली बार कुछ तस्वीरें और फोटो वायरल हुई थी जिसमें दिखा था रिम्स में ही लालू यादव ने दरबार सजा लिया है. इसलिए इस बार जेल मैनुअल का उल्लंघन न हो इसको लेकर जेल अधीक्षक हमीद अंसारी समय-समय पर खुद जाकर जेल का निरीक्षण कर रहे हैं. जेल नियमों के अनुसार लालू प्रसाद A श्रेणी के कैदी हैं जिनके लिए अलग नियम हैं.
जेल अधीक्षक ने कहा कि शनिवार का दिन लालू यादव से मुलाकात का दिन होता है, इसलिए वो निरीक्षण करने पहुंचे हैं. साथ ही जो प्रोटोकॉल है, उसका पालन होता रहे, इसके लिए भी संबंधित लोगों को हिदायत दी गयी है. लालू प्रसाद को चारा घोटाला में हुई सजा के बाद उनसे मिलने वाले लोगों का तांता लगातार रांची में लग रहा है, ऐसे में जेल प्रशासन आने-जाने वाले हर कोई के बारे में जानकारी रखने की कोशिश कर रहा है.
बता दें कि चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपए की अवैध निकासी से जुड़े केस में बिहार के पूर्व CM और RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को CBI की विशेष अदालत ने 5 साल की सजा सुनाई है. कोर्ट ने 5 साल की जेल के अलावा लालू पर 60 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है. मिली जानकारी के मुताबिक सजा सुनाए जाने से पहले लालू प्रसाद यादव का ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल बढ़ गया था तो वहीं अब उनके किडनी की स्थिति बिगड़ने की भी बात सामने आ रही है.