SAHARSA : बिहार में सहरसा से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। यहां एक ट्रैफिक प्रभारी को उसकी वर्दी उतरवाने की धमकी मिली है। इतना ही नहीं उसके साथ मारपीट और गाली - गलौज भी किया गया है। जिसके बाद ट्रैफिक प्रभारी ने इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई है। जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके साथ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मारपीट व गाली-गलौज की घटना को अंजाम दिया गया है।
दरअसल, जिले के दहलान चौक के पास ट्रैफिक प्रभारी आशुतोष ठाकुर 16 सितंबर को ड्यूटी पर थे। इस दौरान विश्वकर्मा पूजा और तीज के कारण काफी भीड़ है। उसी दौरान राहुल कुमार, पिता शंभू दहलान दुकान के सामने अनाधिकृत रूप से बाईक खड़ी थी, जिसके कारण आवागमन बाधित हो गया था। जब आशुतोष बाईक साईड करने बोला तो वह अपशब्दों का प्रयोग करने लगा। जिसकी सुचना उन्होंने वरीय अधिकारी को दी।
वहीं, इस बात की सत्यता का पता लगाने के लिए शंकर चौक ड्यूटी पर मौजूद प्रदीप कुमार राम अनुज साह, मोनी कुमारी को दहलान चौक भेजे गए। जहां युवक इन लोगों के साथ भी अशब्द भाषा प्रयोग करते हुए, जाति सूचक शब्द एवं गाली-गलौज धक्का मुक्का करने लगा। साथ ही बोलने लगा कि जब से महिला पुलिस यातायात में बहाल हुई है। हमेशा शहर में जाम की समस्या बनी रहती है।
इतना ही नहीं इस युवक ने यह भी कहा कि, हमारी पहुंच बहुत ऊपर तक है तुम्हारी वर्दी उतरवा देगें। इस दौरान काफी भीड़ लगी हुई है। यातायात भी बाधित हो गया है। इस दौरान युवक ने कहा कि - जब से सरकार ने आरक्षण दिया है तबसे पुलिस विभाग में चमार जाति का मन बढ़ गया है। आरक्षण में दरोगा हो जाता है ना बोलने का ढंग न चलने का ढंग है। दहलान चौक मेरा है। जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि आगे यातायात पुलिस में रहने नही देगे, सभी का निलंबन करवा देगें।