BIHAR: मुंगेर में पुलिस से भिड़े परिजन, वारंटी को छुड़ाकर भगाया, फिर क्या हुआ जानिए? कटिहार में युवक की गोली मारकर हत्या, दो दिन में दो हत्या से इलाके में दहशत, कानून व्यवस्था पर सवाल गोपालगंज में मुठभेड़: 25 हजार के इनामी बदमाश महावीर यादव गिरफ्तार, पैर में लगी गोली IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं "बिहार को बनेगा स्टार्टअप हब", स्टार्टअप स्पार्क 2.0 में बोले उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा Patna Traffic: राजधानी में ट्रैफिक जाम की सूचना के लिए फोन और व्हाट्सएप्प नंबर जारी, तुरंत इन दो नंबरों पर दें जानकारी Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद सेक्स की नौकरी और कॉल बॉय बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, पटना से तीन शातिर गिरफ्तार
1st Bihar Published by: 4 Updated Sun, 08 Sep 2019 07:00:53 PM IST
- फ़ोटो
NEW DELHI: इसरो के चीफ डॉ के सीवन को एक कश्मीरी युवक ने चिट्ठी लिखकर अपना दर्द साझा किया है. चिट्ठी लिखने वाले युवक ने कहा है कि सीवन सर एक कश्मीरी होने के नाते हकीकत में मैं आपका दर्द समझ सकता हूं. जैसे आपने चांद मामा से संपर्क खो दिया है ठीक वैसे ही 1 महीने पहले हमने भी अपने चांद को खो दिया है. दरअसल फैजान बुखारी नाम के एक कश्मीरी युवक ने इसरो प्रमुख को एक चिट्ठी लिखी है और चंद्रयान 2 की असफलता के बाद डॉ के सिवन के दुखी होने पर उनके दर्द को खुद का दर्द बताया है. अपनी चिट्ठी में बुखारी ने चंद्रयान मिशन की जबरदस्त उपलब्धि पर इसरो चीफ को बधाई दी है और लिखा है कि इस मिशन को सफल बनाने के लिए आपने और इसरो के वैज्ञानिकों ने काफी मेहनत की लेकिन दुर्भाग्य से लैंडर विक्रम का संपर्क टूट गया. बुखारी ने लिखा, “डॉ. सिवन, मुझे मालूम है कि आप अपने देश को बुलंदी पर पहुंचाना चाहते थे. ऐसा कौन नहीं चाहेगा? मैं यह भी जानता हूं कि जब आप किसी के इतने करीब हों और जब उससे संपर्क टूट जाए तो यह कितना तकलीफदेह और दर्दभरा होता है. मैंने भी एक महीने पहले अपने चांद (यानी मेरी मां) से अपना संपर्क खो दिया है. वह जम्मू-कश्मीर के बडगाम में रहती हैं. कई हफ्ते से मैं उनसे बात नहीं कर सका हूं. आगे फैजान ने लिखा है कि आप सौभाग्यशाली हैं कि आपके दुख के वक्त पीएम मोदी आपके साथ थे. उन्होंने दर्द के समय आपको गले से लगा लिया. आप मेरी तरफ देखिए मैं कितना बदनसीब हूं कि एक महीने बाद भी अपने परिवार से संपर्क नहीं कर सका हूं लेकिन कोई गले लगाने वाला नहीं है.