' इश्क छुपता नहीं ...', कोचिंग वाले पर आया इंजीनियर लड़की का दिल, सूरत से बिहार पहुंच कर डाला बड़ा फैसला

' इश्क छुपता नहीं ...', कोचिंग वाले पर आया इंजीनियर लड़की का दिल, सूरत से बिहार पहुंच कर डाला बड़ा फैसला

JAMUI : इश्क का खुमार जब किसी पर चढ़ता है तो फिर तो उसे न अपने आप की फ़िक्र होती है और न ही समाज की उसे बस यही लगता है कि किसी भी तरह उसकी प्रेमिका या प्रेमी खुश नजर आए। लिहाजा कभी -कभी इश्क के इस खेल में लोग बड़े ही आसानी से लंबी दूरी को भी तय कर लेते हैं। लेकिन,मामला तब अलग और रोचक हो जाता है जब किसी दूसरे राज्य की लड़की खुद लड़के से शादी करने उसके घर पहुंच जाए। 


दरअसल,  जमुई में एक शादी की चर्चा जोर शोर से हो रही है। इस शादी में ना तो कोई बरात लेकर आया था न ही कोई बैंड -बाजा की आवाज थी। बस थे तो एक युवक और एक युवती जिन्हें अपनी शादी रचानी थी। ऐसे में इन्होनें अपनी शादी बिना कोई शोर- गुल और हो - हल्ला किये हुए रचाई। इनलोगों ने न सिर्फ अपनी शादी धर्म और संस्कृति के साथ रचाई बल्कि इसका क़ानूनी दस्तावेज भी बनाया ताकि आगे इन्हें कोई अलग न कर सके। 


बताया जा रहा है कि, 5 साल पहले सोशल मीडिया पर एक युवक और युवती से बातचीत हुई है। धीरे -धीरे यह बातचीत बढ़ती गई और मामला एक दूसरे की चाहत तक पहुंच गया। जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे को अपने प्यार का इजहार किय। उसके बाद अब बात शादी की हुई तो युवक ने यहां वादाखिलाफी नहीं किया बल्कि लड़की को साथ लेकर पहले कोर्ट में शादी रचाई उसके बाद मंदिर में भी जाकर शादी कर ली। यह पुरा मामला जमुई जिले के चकाई थाना क्षेत्र के चकाई बाजार का है।


जानकारी के अनुसार, इन दोनों ने जब अपनी शादी की बात घर वालों की तो उन्होंने साफ़ इंकार कर दिय। उसके बाद इन्होनें पहले कोर्ट मैरिज किए उसके बाद मंदिर में शादी रचा ली। युवक की पहचान चकाई थाना क्षेत्र के मानाकोला इलाके के निवासी मसूदन वर्मा के पुत्र जयप्रकाश वर्मा के रूप में हुई है।प्रेमी जयप्रकाश चकाई में कोचिंग सेंटर चलाता है। वही लड़की झारखंड के रहने वाली है जिनके पिता चकाई बाजार में स्टेशनरी का दुकान चलाते हैं और चकाई में ही वह बस गए हैं प्रेमिका सॉफ्टवियर इंजीनियर बताई जाती है।


 जयप्रकाश ने बताया कि दोनों एक दूसरे से पांच साल से प्रेम करते थे और उन्होंने पहले कोर्ट मैरिज किया। फिर कोर्ट के आदेश के बाद ही मंदिर में जाकर शादी रचाई है। शादी के बाद लड़की अपने कार्यस्थल (सूरत) चली गई है।जबकि जयप्रकाश अभी भी चकाई में अपने कोचिंग संस्थान ही चला रहे हैं। जयप्रकाश ने बताया कि सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि हम दोनों गुरु-शिष्या हैं, जबकि ऐसा नहीं है। 


मैं इंटरमीडिएट तक के बच्चों को ही पढ़ाता हूं और वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। हम दोनों का पिछले 5 सालों से प्रेम संबंध चल रहा था। वह झारखंड की रहने वाली है और चकाई आई थी जिसके बाद हम दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। इधर इस मामले को लेकर चकाई थाना अध्यक्ष अखिलेश्वर प्रसाद का कहना है कि इस मामले की कोई जानकारी नहीं है ना ही किसी के द्वारा कोई आवेदन दिया गया है।